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मो. सरफराज आलम
सहरसा. खरमास समाप्त और शादी का लग्न शुरू हो चुका है. मिथिला और बनारसी पंचांग में जनवरी के शेष दिन और फरवरी महीने में शादी-ब्याह के खूब लग्न है. ऐसे में जिनके घरों में बेटे या बेटी की शादी तय हो चुकी है, वो परिवार अब इसकी तैयारियों में जुट गया है. शादी में दूल्हे की गाड़ी जितने अधिक खुशबूदार फूलों से सजी होती है, उतने ही बेहतरीन तरीके से विवाह का मंडप और शादी का स्थल भी सजा होता है. फूलों की सजावट से विवाह स्थल की खूबसूरती तो बढ़ती ही है, साथ ही यह भी देखा जाता है कि दोनों पक्ष कितने आधुनिक सोच वाले हैं.
शादियों का लग्न शुरू होते ही बिहार के सहरसा का फूल बाजार रंग-बिरंगे खुशबूदार फूलों से सज गया है. फ्लावर डेकोरेटर्स की दुकान सहित अन्य दुकानों पर चहल-पहल शुरू हो गई है. यहां शादी के सीजन में लाखों रुपये के फूलों का कारोबार होता है. सहरसा में आम तौर पर पश्चिम बंगाल से फूल मंगवाए जाते हैं. छोटे-बड़े सभी फ्लावर डेकोरेटर लग्न की तैयारी में जुट गए हैं. दिनभर यहां ऑर्डर आते रहते हैं. इस हिसाब से यह लोग कोलकाता से ग्राहकों की पसंद के फूल भी मंगवा रहे हैं.
एक से 6 हजार तक में सजाते हैं दूल्हे की गाड़ी
शहर के थाना चौक के फूल दुकानदार छोटू कुमार ने बताया कि शादियों का मौसम शुरू हो चुका है. इस बार लग्न भी खूब है. इसको देखते हुए हमलोग गेंदा, गुलदावदी, रजनीगंधा, गुलाब आदि फूलों के स्टॉक करने शुरू कर दिये हैं. छोटू बताते हैं कि दूल्हे की गाड़ी को हम एक हजार से लेकर छह हजार रुपये तक में सजाते हैं. मंडप और पंडाल जितना बड़ा होता है, उसी हिसाब से रेट लगता है. वो बताते हैं कि आगे सरस्वती पूजा और 26 जनवरी भी है.
वहीं, एक अन्य दुकानदार मनोज कुमार ने बताया कि लग्न की भीड़ को देखते हुए हमलोगों ने सभी तरह के फूलों का स्टॉक करना शुरू कर दिया है.
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पहले प्रकाशित : 18 जनवरी, 2023, 20:21 IST
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