Home Bihar शेखपुरा की स्नेहा का दुख, पिता बार-बार उजाड़ता रहा बेटी का घर, फैमिली कोर्ट ने लगाई फटकार

शेखपुरा की स्नेहा का दुख, पिता बार-बार उजाड़ता रहा बेटी का घर, फैमिली कोर्ट ने लगाई फटकार

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शेखपुरा की स्नेहा का दुख, पिता बार-बार उजाड़ता रहा बेटी का घर, फैमिली कोर्ट ने लगाई फटकार

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शेखपुरा. नालंदा जिले के शेखपुरा से एक पिता की ऐसी करतूतें सामने आई हैं, जिन्हें जानकर आप भी अफसोस करेंगे. यहां कोर्ट में चल रहे एक केस के दौरान नाटकीय घटनाक्रम में एक बेटी ने अपने पिता पर आरोप लगाया है कि उन्होंने उसकी पहली शादी तुड़वा दी. इसके बाद पिता ने जबरन दवा और इंजेक्शन देकर उसकी याददाश्त कमजोर की और फिर दूसरे शादी करा दी. अब इस शादी को भी तोड़ना चाहते हैं.

मामला शेखपुरा के कतरीसराय का है. स्नेहा गुप्ता कतरीसराय के संजय गुप्ता की बेटी हैं. स्नेहा के मुताबिक, 7 साल पहले उसने बाढ़ के रहनेवाले दीपक से प्रेम विवाह किया था. स्नेहा ने बताया कि अपने ननिहाल में रहते हुए ही उन्हें दीपक से प्यार हुआ था और फिर दोनों ने शादी कर ली थी. इस प्रेम विवाह से स्नेहा के पिता बुरी तरह नाराज हुए थे. लेकिन इस युवा दंपति ने साथ रहने का इरादा नहीं त्यागा. कुछ दिनों बाद स्नेहा ने एक बच्ची को जन्म दिया.

स्नेहा के मुताबिक, उसके पिता दिसंबर 2018 को बाढ़ पहुंचे और उसे अपने साथ कतरीसराय ले आए. स्नेहा ने बताया कि उसके पिता संजय गुप्ता ग्रामीण प्रैक्टिस्नर हैं. उन्होंने मेरी यादाश्त कमजोर करने के उद्देश्य से इंजेक्शन और कई दवा खिलाई. उसके बाद 30 जून 2019 को बरबीघा के रहनेवाले रंजीत के साथ शादी करवा दी.

बाद के दिनों में रंजित के साथ भी स्नेहा के पिता ने रिश्ता बिगाड़ा. स्नेहा के पिता ने रंजित और उसके पूरे परिवार के विरुद्ध 498 A के तहत बरबीघा थाने में केस दर्ज करवाया. रंजीत को कई दिन जेल में रहना पड़ा. दूसरी तरफ परिवार न्यायालय ने रंजीत को आदेश दिया कि वह स्नेहा को 10 हजार रुपया प्रति महीना मेंटेनेनस के रूप में दे.

इस चल रहे मामले में परिवार न्यायालय में मंगलवार को स्नेहा ने अपने बयान से सबको चौंका दिया. स्नेहा ने भरी अदालत में अपनी पहली शादी और पिता की भूमिका की बात बेखौफ होकर कही. स्नेहा ने यह भी कहा कि इस दूसरी शादी को भी उसके पिता तबाह कर देना चाहते हैं, इसीलिए उन्होंने रंजीत के परिवार के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है. स्नेहा ने परिवार न्यायालय में कहा कि वह अपने दूसरे पति के साथ रहना चाहती है. स्नेहा की कहानी सुनकर रंजीत को भी दया आ गई. उसने स्नेहा को बेकसूर बताया और स्नेहा के पिता को इस पूरे मामले के लिए जिम्मेवार बताया. रंजीत के अधिवक्ता सूरज रजक ने न्यायालय से अनुरोध करते हुए स्नेहा के पिता पर कारवाई करने का अनुरोध किया है. न्यायालय ने स्नेहा का बयान दर्ज कर पिता को फटकार लगाई है. अब इस मामले में अदालत के फैसले का इंतजार है.

टैग: बिहार के समाचार, परिवार न्यायालय, पारिवारिक विवाद

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