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मधेपुरा. पिछले 10 साल से सक्रिय मोस्ट वॉन्टेड मिथिलेश यादव को गिरफ्तार कर लिया गया. सोमवार को यह गिरफ्तारी मधेपुरा पुलिस ने की है. यह जानकारी कोशी रेंज के डीआईजी शिवदीप लांडे के फेसबुक पोस्ट से मिली. इसी के साथ ही शिवदीप लांडे ने अपने अगले लक्ष्य के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि 34 साल से मोस्ट वॉन्टेड की सूची में दर्ज जानेश्वर यादव की गिरफ्तारी उनका अगला लक्ष्य होगा.
शिवदीप लांडे ने अपने फेसबुक पोस्ट में बताया है कि उनके कार्यक्षेत्र मधेपुरा जिले में लगभग एक दशक से मोस्ट वॉन्टेड मिथिलेश-शंकर यादव गिरोह सक्रिय था. इस गिरोह पर 36 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं. लांडे ने यह भी लिखा कि ये मेरे मोस्ट वॉन्टेड की सूची में टॉप पर थे. आज अंतत: इस गिरोह का अंत हुआ.
शिवदीप लांडे ने बताया है कि मधेपुरा पुलिस ने पिछले सप्ताह शंकर यादव को गिरफ्तार किया था और आज मिथिलेश यादव भी गिरफ्तार कर लिया गया. इन दोनों गुटों की आपसी रंजिश में दर्जनों हत्याएं हुई हैं. हालांकि इसी इलाके से ताल्लुक रखने वाले जानेश्वर यादव जो लगभग 34 बरस से मोस्ट वॉन्टेड है, उसकी गिरफ्तारी अब मेरा अब अगला लक्ष्य होगा.
डीआईजी ने की लक्ष्य को घोषणा
डीआईजी शिवदीप लांडे के फेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट.
बता दें कि करीब 5 साल बाद महाराष्ट्र से बिहार लौटे बिहार कैडर के तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे ने कोसी क्षेत्र के डीआईजी के रूप में पदभार संभालते ही कहा था कि वे कोसी क्षेत्र को अपराध मुक्त करने के लिए हर तरह की योजनाओं को अमलीजामा पहनाएंगे. डीआईजी लांडे ने कहा कि पुलिस विभाग के अधिकारियों के बीच पूरी तरह सामंजस्य स्थापित करना उनकी प्राथमिकता होगी. सभी थानेदार को अपने क्षेत्र की मॉनिटरिंग खुद करनी होगी. उन्होंने सभी थानेदारों को प्रतिदिन 2 घंटे वाहनों की जांच करने का भी अपने स्तर पर निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि वाहनों की जांच की रिपोर्ट उन्हें प्रतिदिन देनी होगी.
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प्रथम प्रकाशित : 27 जून 2022, 22:05 IST
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