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अमीर लोग आसानी से छूट जाते हैं?
उन्होंने साफ लहजे में कहा कि केवल शराब पीने के कारण इतनी बड़ी संख्या में जो लोग बिहार में गुनहगार हैं, वे दूसरे राज्यों में होते, तो अपराधी के श्रेणी में नहीं आते। मोदी ने कहा कि शराबबंदी कानून के तहत केवल ऐसे गरीबों को जेल में डाला जा रहा है, जो 2000 रुपये जुर्माना नहीं दे सकते। इस स्थिति में अमीर लोग आसानी से छूट जाते हैं।
तीन बार कानून में संशोधन क्यों?
उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि जब 6 साल के दौरान शराबबंदी कानून में तीन बार संशोधन किया जा सकता है, तो एक बार आममाफी क्यों नहीं दी जा सकती। उन्होंने कहा कि शराबबंदी से जुड़े 4.58 लाख मुकदमों का अभी तक निपटारा क्यों नहीं किया गया।
सुशील मोदी के तीखे सवाल
भाजपा नेता ने पूछा कि शराब पीने के कारण जो 6.06 लाख लोग गिरफ्तार हुए, उन्हें सजा क्यों नहीं हो पायी और जहरीली शराब पीने से मौत की 30 से ज्यादा घटनाएं हुईं, लेकिन एक भी शराब माफिया को सजा क्यों नहीं हुई। उन्होंने यह भी कहा कि शराबबंदी के बाद राज्य में भांग, अफीम, गांजा जैसे मादक पदार्थो का सेवन बढ़ गया है। माना जा रहा है कि सुशील मोदी के इस सवाल के बाद बिहार में एक बार फिर सियासी बवाल तय है। जेडीयू को ओर से जल्द ही इसका जवाब देने की संभावना जताई जा रही है।
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