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अलग-अलग लोगों की अलग-अलग राय
शरद पवार के रुख के बारे में पूछे जाने पर बिहार सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि मुझे मीडिया से इस बारे में पता चला है। नीतीश कुमार पिछले साल भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विरोध में पार्टियों को एकजुट करने के प्रयासों के तहत पवार से मिले थे। नीतीश कुमार ने कहा कि इस बारे में उन्हें (पवार) विस्तार से बताना चाहिए कि वह क्या कह रहे हैं। अलग-अलग लोगों की अलग-अलग राय होती है। नीतीश कुमार के साथ जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन भी थे, जो हाल में संपन्न संसद सत्र के दौरान अडाणी मुद्दे पर काफी मुखर थे।
JDU Iftar Party: JPC पर शरद पवार का बयान… नीतीश कुमार का गोलमोल जवाब
शरद पवार ने बयानबाजी की आलोचना की
दरअसल, एक टीवी न्यूज चैनल से बात करते हुए शरद पवार अडाणी समूह के समर्थन में सामने आए। हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद शुरू हुई बयानबाजी की आलोचना की। शरद पवार ने कहा कि उन्होंने अडाणी समूह के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए उच्चतम न्यायालय की एक समिति का समर्थन किया, क्योंकि सत्तारूढ़ पार्टी के पास संसद में संख्या बल के आधार पर जेपीसी में बहुमत होगा और इससे इस तरह की जांच पर संदेह पैदा होगा। अडाणी समूह ने अपनी कंपनियों के खिलाफ ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ द्वारा शेयरों में हेरफेर के आरोपों से इनकार किया है।
हिंसा पीड़ितों की मदद दी जाएगी
दरअसल, शनिवार को जेडीयू द्वारा आयोजित इफ्तार में शामिल हुए मुख्यमंत्री से सासाराम और बिहारशरीफ शहरों में हाल में हुए सांप्रदायिक दंगों के बारे में भी पूछा गया। नीतीश कुमार ने कहा कि दोनों जगहों पर प्रशासनिक तंत्र काम कर रहा है। जिन लोगों को किसी भी प्रकार का नुकसान हुआ है, उन्हें मदद और राहत प्रदान की जाएगी।
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