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सार
तेजस्वी ने कहा कि फिलहाल हम सदस्यता अभियान में व्यस्त हैं। लेकिन जो लोग मुझे अच्छी तरह जानते हैं, वे जानते हैं कि हम उचित समय पर उचित कदम उठाते हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले के बारे में अपने भाई के साथ-साथ रामराज से बात की है।
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विस्तार
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताव यादव द्वारा खड़ा किया गया विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। वहीं तेजस्वी यादव ने अपने बड़े भाई तेज पर जूनियर स्तर के कार्यकर्ता से बदसलूकी विवाद पर शनिवार को अपनी चुप्पी तोड़ी और कहा कि उचित समय पर उचित कदम उठाया जाएगा।
तेज प्रताप की ने कई पत्रकारों को मानहानि के नोटिस भेजे हैं। राजद के राज्य मुख्यालय के बाहर पत्रकारों से बात कर रहे तेजस्वी यादव ने इसे निजी मामला बताया साथ ही टिप्पणी की कि जिन लोगों ने कुछ गलत नहीं किया है, उन्हें डरने की जरूरत नहीं है। राजद ने हाल ही में संगठन के लिए सदस्यता अभियान की शुरुआत की है।
तेजस्वी ने कहा कि फिलहाल हम सदस्यता अभियान में व्यस्त हैं। लेकिन जो लोग मुझे अच्छी तरह जानते हैं, वे जानते हैं कि हम उचित समय पर उचित कदम उठाते हैं। आगे बात करते उन्होंने कहा कि इस मामले के बारे में अपने भाई के साथ-साथ रामराज से बात की है।
तेज प्रताप यादव के गुर्गों ने रामराज को निर्वस्त्र कर पीटा था
राजद की यूथ विंग की शहर इकाई के अध्यक्ष रामराज यादव ने आरोप लगाया था कि तेज प्रताप यादव के गुर्गों ने उनको निर्वस्त्र करके उनके साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी थी। रामराज यादव ने आरोप लगाया था कि यह घटना पिछले सप्ताह राबड़ी देवी के आवास पर हुई थी जब जब तेजस्वी यादव की ओर से इफ्तार पार्टी आयोजित की गई थी। तेजस्वी भी अपनी मां के साथ ही रहते हैं। रामराज ने आरोप लगाया था कि तेज प्रताप ने पूरे प्रकरण का एक वीडियो अपने मोबाइल फोन पर शूट किया था।
पत्रकारों को डरने की जरूरत नहीं
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी से तेज प्रताप द्वारा नौ पत्रकारों को 50 करोड़ रुपये के हर्जाने के लिए भेजे गए मानहानि नोटिस के बारे में भी पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह तेज प्रताप का निजी मामला है। मैं कहता हूं डरने की क्या बात है? उन्होंने कहा कि अगर पत्रकारों ने कुछ गलत नहीं किया है तो उन्हें निडर होकर नोटिस का जवाब देना चाहिए।
तेज प्रताप ने आरोपों को बताया था विरोधियों की साजिश
सूत्रों के अनुसार तेज प्रताप ने भी इस बात पर अपनी मां के साथ ही रहने का फैसला किया है कि रामराज के आरोप उनके खिलाफ पार्टी में विरोधियों द्वारा रची गई साजिश थी।
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