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मरम्मत का काम जारी-अधिकारी
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मुख्य अभियंता सहरसा राकेश रंजन के नेतृत्व में अधीक्षण अभियंता सिंचाई श्रीकांत शुक्ला, कार्यपालक अभियंता ताहिर हुसैन सहित अन्य अधिकारी कैंप करते हुए मरम्मती कार्य में लगे हैं। मौके पर अधीक्षण अभियंता शुक्ला ने बताया कि तीन दिनों के भीतर तटबंध को दुरुस्त कर आवागमन को बहाल कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जेनरेटर चलाकर दिन-रात कार्य को गति देने का निर्देश दिया गया है। कटाव स्थल पर मिट्टी की भराई हो रही है और सैंड बैग तैयार कर डाला जा रहा है।
स्क्रैप चैनल का फाटक टूटा
आपको बता दें कि रविवार के देर शाम पूर्वी कोसी मुख्य नहर के दक्षिणी तटबंध में 76 आरडी पर बने स्क्रैप चैनल के फाटक को तोड़कर नहर का पानी सुरसर नदी में जाने लगा। वहीं, नहर के तटबंध पर बना सड़क पुल के ध्वस्त हो जाने से ठूठी-बथनाहा पथ का आवागमन बाधित हो गया था। कई एकड़ खेत में पानी चले जाने से किसानों को काफी नुकसान झेलना पड़ा। हालांकि, पूर्वी कोसी मुख्य नहर पर बने पुल के ध्वस्त होने के बाद आसपास के इलाके में क्षति नहीं होने की बात अधिकारी कर रहे हैं। लेकिन आसपास के लोगों का अपने ही पंचायत से संपर्क टूट गया है। जिसके बाद लोगों के बीच आवागमन की एक बड़ी समस्या खड़ी हो गई है और अपने ही पंचायत में आवागमन के लिए अतिरिक्त 20 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ रही है।
अधिकारियों की लापरवाही
पुल टूटने के बाद ग्रामीणों ने संबंधित विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया। ग्रामीणों का कहना है कि इस टूट के लिए विभाग जिम्मेवार है।कारण 60 के दशक में निर्मित स्क्रैप चैनल के फाटक का मेंटनेंस नहीं होना है। बताया कि मुख्य नहर में अचानक पानी की वृद्धि से फाटक पानी का दबाव झेल नहीं पाया और ध्वस्त हो गया। जिसका खामियाजा आसपास के लोगों को उठाना पड़ रहा है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि अधिकारी सिर्फ वेतन लेते हैं। साइट पर बिल्कुल नहीं जाते। उनकी फसल के नुकसान के बारे में सोचने वाला कोई नहीं है। अभी हाल में मुख्यमंत्री अररिया आये थे। उन्हें किसी भी समस्या से अवगत नहीं कराया गया। अधिकारी बिल्कुल लापरवाह हैं।
रिपोर्ट- राहुल कुमार ठाकुर,अररिया
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