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किसने मुहैया कराई सुरक्षा?
उन्होने केंद्र से सवाल पूछते हुए कहा कि किसने उसके लिए पांच सितारा होटल में रहने की व्यवस्था कराई ? किसने उसे बुलेट प्रूफ कार उपलब्ध कराया ? ललन सिंह ने यह भी कहा कि कई ऐसे सवाल हैं, जिनके जवाब अब तक नहीं मिले है। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी इन सवालों के जवाब मिलने के आसार नहीं हैं।जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार में रेवड़ी की तरह सुरक्षा बांटे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि व्यक्ति की निजी सुरक्षा व्यवस्था को स्टेटस सिम्बल बना दिया गया है। भाजपा की केंद्र सरकार को समझना चाहिए कि निजी सुरक्षा बाँटने से वोट नहीं मिलते ! जनहितैषी कार्यों को करने से मिलते हैं।
दोषी पर हो कड़ी से कड़ी कार्रवाई: ललन सिंह
जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ललन सिंह ने इस पूरी घटना पर मोदी सरकार से कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग करते हुए कहा कि किरण पटेल जैसे फर्जी लोगों को सुरक्षा मुहैया करवाने और उसके लिए पांच सितारा होटल और बुलेट प्रूफ गाड़ी की व्यवस्था करवाने की जांच होनी चाहिए। जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने यह भी मांग की है कि इसमें शामिल व्यक्ति पर कड़ी- से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
क्या है किरण पटेल का पूरा मामला
दरअसल किरण भाई पटेल नामक एक शख्स खुद को PMO का एडिशनल डायरेक्टर बताकर सीआरपीएफ (CRPF) और जम्मू-कश्मीर पुलिस की निगरानी में घूम रहा था। क्योंकि उसने खुद को पीएमओ का एडिशनल डायरेक्टर बताया था इसलिए उसे हाई सिक्योरिटी और बुलेटप्रूफ गाड़ी भी मुहैया कराई गई थी। करीब 5 महीने तक किरण पटेल इसी प्रकार धोखा देकर वीआईपी ट्रीटमेंट नेता रहा। लेकिन 3 मार्च को उसकी पोल खुल गई और उसकी सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों ने हीं उसे गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद जब उससे पूछताछ की गई तो उसने अपना गुनाह भी स्वीकार कर लिया।
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