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बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर।
– फोटो : सोशल मीडिया
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बिहार के शिक्षा मंत्री और राजद नेता चंद्रशेखर की रामचरितमानस पर विवादित टिप्पणी ने बिहार में महागठबंधन के दो प्रमुख दलों राष्ट्रीय जनता दल और जनता दल (यूनाइटेड) के बीच दरार नजर आने लगी है। जदयू का मानना है कि चंद्रशेखर ने भाजपा को लोकसभा चुनाव 2024 के लिए एक अनुकूल मुद्दा दे दिया है जबकि राजद उनके समर्थन में खड़ा हुआ है।
नीतीश ने चंद्रशेखर को झिड़का, तेजस्वी मौन
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कैबिनेट की बैठक में चंद्रशेखर को कहा कि आप अपना काम कीजिए। क्या यह अनाप-शनाप बोलते रहते हैं। हालांकि, वहां मौजूद तेजस्वी यादव ने चंद्रशेखर को इस मुद्दे पर कुछ नहीं कहा। इसे नीतीश कुमार के साथ खेल शुरू होने का संकेत माना जा रहा। इससे पहले महागठबंधन की सरकार बनते ही राजद विधायक सुधाकर सिंह ने बतौर कृषि मंत्री नीतीश के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। चंद्रशेखर के बयान पर भले ही महागठबंधन में शामिल जदयू और कांग्रेस ने अपनी आपत्ति जताई है पर राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह का उन्हें समर्थन मिला है जिसे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद का मौन समर्थन माना जा रहा है।
मामले का संज्ञान लिया जाना चाहिए : कुशवाहा
जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने शनिवार को कहा कि राजद के नेता भाजपा के एजेंडे पर चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारा एजेंडा सामाजिक न्याय, धर्मनिरपेक्षता, विकास और इन सभी वर्षों में सीएम का काम है… राजद ने कहा कि वे चंद्रशेखर की टिप्पणी के साथ खड़े हैं। इसका क्या मतलब है? मामले का संज्ञान लिया जाना चाहिए, इसकी जरूरत है। जदयू के नीरज कुमार सहित अन्य ने पटना के एक हनुमान मंदिर के बाहर रामचरितमानस का पाठ किया।
भाजपा ने की बर्खास्तगी की मांग
बिहार के भाजपा नेताओं ने नीतीश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने शिक्षा मंत्री की बर्खास्तगी की मांग की है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि चंद्रशेखर ने रामचरितमानस के साथ-साथ हिंदुओं का भी अपमान किया है। वहीं केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने चंद्रशेखर को अज्ञानी मंत्री बताया। उन्होंने कहा, प्रभु श्रीराम बिहार सरकार को सद्बुद्धि दें।
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