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2. नीतीश कुमार की अमित शाह से फोन पर हुई बातचीत: हाल ही में बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर उनकी बात हुई। सीएम ने कहा कि अमित शाह ने उन्हें कॉल किया था, जिसमें उन्होंने इस बात की जानकारी थी कि बिहार के राज्यपाल बदले जा रहे हैं। नए राज्यपाल के तौर पर राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर को नियुक्त किया गया है।
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3. राजनाथ सिंह ने नीतीश को किया कॉल: पिछले दिनों वैशाली में गलवान के शहीद के पिता की गिरफ्तारी को लेकर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नीतीश कुमार को कॉल किया था। यहां गौर करने वाली बात यह है कि इस मुद्दे को लेकर बीजेपी विधायकों के हंगामे के बाद डेप्युटी सीएम तेजस्वी यादव ने विधानसभा में कहा था कि इस मामले में कानून अपना काम कर रही है। लेकिन राजनाथ सिंह और नीतीश कुमार की फोन पर बातचीत के कुछ ही घंटे बाद शहीद के पिता जेल से जमानन पर बाहर आ गए। साथ ही सीएम नीतीश ने मामले में जांच के आदेश दे दिए।
4. तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों पर अत्याचार में नीतीश-तेजस्वी के सुर अलग: तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों के साथ मारपीट मामले में बिहार के डेप्युटी सीएम तेजस्वी यादव लगातार विधानसभा में कहते रहे कि यह गलत आरोप हैं। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों के साथ कोई मारपीट नहीं हुई है। लेकिन बीजेपी विधायकों की डिमांड पर सीएम नीतीश कुमार ने जांच पूरे मामले की जांच के लिए एक कमेटी बनाकर तमिनाडु भेज दिया है।
5. नीतीश के जन्मदिन पर बधाई: सीएम नीतीश के जन्मदिन पर पीएम मोदी ने उन्हें जन्मदिन की बधाई दी। इसके अलावा बीजेपी के शासित राज्यों के कई मुख्यमंत्रियों ने भी सीएम नीतीश को जन्मदिन की बधाई दी। सीएम नीतीश ने भी पीएम समेम सभी नेताओं को शुक्रिया कहा। गौर करने वाली बात यह है कि जन्मदिन की बधाई देने में तेजस्वी यादव का ट्वीट देर से आया।
पिछले एक सप्ताह में बिहार में पांच ऐसी राजनीतिक घटनाएं हुई हैं, जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। यहां याद दिला दें कि नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के राज्यसभा सांसद अभी भी राज्यसभा के डेप्युटी स्पीकर हैं। साथ ही दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर कानूनी शिकंजा कसने के मामले में भी जेडीयू ने कोई विरोध नहीं किया है। सिसोदिया पर हुई कार्रवाई के विरोध में लिखी गई चिट्ठी से भी जेडीयू ने खुद को अलग रखा है। हालांकि इस मसले पर जेडीयू महासचिव केसी त्यागी से कहा कि अब 2017 वाला माहौल नहीं है। इसलिए नीतीश कुमार के पाला बदलने को लेकर किसी भी प्रकार के कयास लगाया जाना बेमानी है।
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