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केवल बेतिया में ही दर्ज हैं 7 अपराधिक मामले
वैसे तो मनीष कश्यप वो यूट्यूबर हैं जिन्हें ज्यादातर लोग जानते हैं। उनके वीडियो लोगों को पसंद आते हैं। वो समाज में लोगों की आवाज बनते नजर आते हैं। लोगों के गुस्से का रूप बनते नजर आते हैं। लेकिन मनीष कश्यप पर केवल बेतिया में सात आपराधिक मामले दर्ज हैं। इतना ही नहीं वो वह पांच मामलों चार्जशीटेड भी हैं। इसके अलावा एक मामले में कोर्ट ने मनीष जमानत पर हैं।
उच्च न्यायालय ने खारिज की है जमानत
बताते चलें कि गिरफ्तारी तो आज हुई है। लेकिन इससे पहले भी वो कई मामलों में वांछित रहे हैं। इससे पहले कांड संख्या 193/21 मझौलिया कांड में मनीष कश्यप की जमानत उच्च न्यायालय ने खारिज कर दी थी। इसके अलावा एक और मामले में पटना हाई कोर्ट ने भी मनीष कश्यप की अग्रिम जमानत खारिज की है। बताते चलें पिछले डेढ़ हफ्ते से मनीष कश्यप पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी हुई थी। मिली जानकारी के अनुसार मनीष कश्यप बेतिया में ही कहीं छिपे थे। कोर्ट के आदेश के बाद जब पुलिस टीम उनके बेतिया के आवास पर कुर्की करने पहुंची तब जाकर यूट्यूबर मनीष ने सरेंडर किया।
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मनीष कश्यप पर भ्रामक खबर फैलाने और गुमराह करने का आरोप
दरअसल, मनीष कश्यप के घर की पुलिस की ओर से कुर्की जब्ती की जा रही थी। उसी दौरान जगदीशपुर थाने में पहुंचकर मनीष ने अपने आप को सरेंडर किया। वे पिछले कई दिनों से फरार चल रहे थे। यूट्यूबर मनीष कश्यप पर भ्रामक खबर फैलाने और लोगों को गुमराह करने का आरोप था। इस आरोप में लंबे समय से पुलिस मनीष को तलाश रही थी। मनीष की गिरफ्तारी को लेकर कोर्ट के आदेश के बाद कुर्की शुरू की गई थी। घर कुर्क करने के लिए कई थानों की पुलिस को बुलाया गया था। मझौलिया थाना क्षेत्र के महना डुमरी में मनीष कश्यप का है। जहां बेतिया पुलिस की ओर से यह कार्रवाई की गई।
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