Home Bihar यूक्रेन से लौटी दिव्या बोली- वहां की बातें याद कर सिहर जाती है बॉडी, चैन से सोने का मन कर रहा है

यूक्रेन से लौटी दिव्या बोली- वहां की बातें याद कर सिहर जाती है बॉडी, चैन से सोने का मन कर रहा है

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यूक्रेन से लौटी दिव्या बोली- वहां की बातें याद कर सिहर जाती है बॉडी, चैन से सोने का मन कर रहा है

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प्रणय कुमार, नालंदा: बिहार के नालंदा जिले के एकंगरसराय प्रखंड के बादराबाद पंचायत के पूर्व मुखिया कौशलेन्द्र कुमार की बेटी दिव्या भारती यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई करती है। लड़ाई छिड़ने के बाद से ही परिजन चिंता में डूबे थे। रविवार को दिव्या और अन्य छात्रों के साथ पटना पहुंची और वापस अपने घर लौटी। उसके घर लौटते ही परिजनों व ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।

दिव्या भी घर लौटकर सारे दुख दर्द भूल गयी है। हालांकि, वह अभी भी यूक्रेन का मंजर याद कर कांप उठती है। उसने घर वापसी के लिए राज्य व केन्द्र सरकारों का शुक्रिया अदा किया है। माता सुषमा देवी, भाई प्रिंस राज भगवान को धन्यवाद दे रहे हैं। रविवार को दिनभर परिवार व गांव के लोग उनके घर पहुंचते रहे।

थर्ड ईयर की छात्रा है दिव्या
दिव्या यूक्रेन के बुकबोडिया विश्वविद्यालय में मेडिकल की पढ़ाई कर रही है। वह तीसरे वर्ष की छात्रा है। घरवालों ने कहा कि वह दो दिन से सोयी नहीं है। दिन-रात युद्ध की खबरों पर ही नजर गड़ायी रहती थी। युद्ध के हालात पैदा होते ही उन्होंने दिव्या से घर लौटने को कहा था। उस समय परीक्षाएं चल रही थीं, इस वजह से वह वापस नहीं लौट पायी।
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बदतर है यूक्रेन के हालात
दिव्या ने बताया कि यूक्रेन के हालात बद से बदतर है। पूरे देश में दहशत व खौफ का मंजर है। लोग जान बचाने के लिए बंकरों में रह रहे हैं। सरकार ने आम नागरिकों को भी हथियार सौंप दिया है। रिहाईशी इलाकों में बमबारी हो रही है। भारत समेत कई देशों के हजारों नागरिक बंकरों में फंसे पड़े हैं। हालांकि, भारत के तिरंगे झंडे को देखकर उन्हें न तो यूक्रेन के सैनिकों ने रोका न रुस के। उसके साथ बिहार के पांच अन्य छात्र भी घर लौटे हैं।

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