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सार
मृतक कुणाल सिंह कोटवा थाना क्षेत्र के बाबू टोला के रहने वाले थे। वह गायत्री नगर स्थित अपने किराए के मकान से बाजार की तरफ बाइक से जा रहे थे। इसी बीच गायत्री मंदिर के पास अज्ञात अपराधियों ने गोली मार दी। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों और परिजनों ने हॉस्पिटल चौक पर टायर जला कर विरोध किया।
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विस्तार
मोतिहारी में बेखौफ अपराधियों ने दिनदहाड़े नगर थाना क्षेत्र के गायत्री मंदिर के पास बुधवार को सुबह साढ़े नौ बजे एक शोरुम के मैनेजर को गोली मार दी। उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों और परिजनों ने हॉस्पिटल चौक पर टायर जला कर विरोध जताया। वहीं शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया।
घटना की सूचना मिलने पर छतौनी मुफ्फसिल नगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन आक्रोशितों ने उन्हें वहां से भगा दिया। बताया जा रहा है कि मृतक कुणाल सिंह कोटवा थाना क्षेत्र के बाबू टोला के रहने वाले थे। वह गायत्री नगर स्थित अपने किराए के मकान से बाजार की तरफ बाइक से जा रहे थे। इसी बीच गायत्री मंदिर के पास अज्ञात अपराधियों ने गोली मार दी।
साढ़े तीन घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस प्रशासन ने सड़क जाम हो समाप्त कराया। उसके बाद शव को पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंपा गया। एसपी डॉ. कुमार आशीष का कहना है कि नगर पुलिस व तकनीकी शाखा की टीम इस मामले की जांच कर रही है। अभी घटना का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है। घटना के बाद शहर के इंट्री प्वाइंट पर वाहन जांच व पुलिस गश्त बढ़ा दी गयी है।
परिजनों का कहना है कि किसी ने कुणाल को फोन किया तो वह बाइक से घर से निकला था। गोली लगने की सूचना पर उसके दोस्त घटनास्थल पर पहुंचे और इलाज के लिए उसे सदर अस्पताल ले गये, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। कुणाल को-ऑपरेटिव बैंक के सामने पेंटालूंस शोरुम में मैनेजर का काम करता था। मौत की सूचना गांव तक पहुंची तो काफी संख्या में लोग सदर अस्पताल पहुंच गए। आक्रोशित लोगों ने शव को हॉस्पिटल चौक पर रखकर सड़क जाम कर दिया।
2005 में कुणाल के पिता और भाई की भी हुई थी हत्या
मृतक कुणाल सिंह के पिता नरेंद्र सिंह और उनके छोटे भाई की अगस्त 2005 में अपराधियों ने कोटवा कदम चौक के निकट हत्या कर दी थी। दोनों पिता-पुत्र कोटवा से अपने घर लौट रहे थे। उसी समय नरेंद्र सिंह की हत्या कर दी गई थी। उस समय वह अपने पंचायत के मुखिया थे।
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