Home Bihar मुकेश सहनी का मंत्री पद गया तो न थानाध्यक्ष ने फोन उठाया और न एसपी ने – जानें माजरा

मुकेश सहनी का मंत्री पद गया तो न थानाध्यक्ष ने फोन उठाया और न एसपी ने – जानें माजरा

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मुकेश सहनी का मंत्री पद गया तो न थानाध्यक्ष ने फोन उठाया और न एसपी ने – जानें माजरा

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छपरा. बिहार सरकार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी खास से आम आदमी क्या बने उन्हें सिस्टम की खामियों का अंदाजा हो गया. मुकेश सहनी आज छपरा के भेल्दी पहुंचे थे. यहां हुई दो बच्चों की मौत के मामले में उन्होंने परिजनों से मुलाकात की. फिर जब उन्होंने इस बाबत पुलिस से बात करनी चाही तो न तो थानाध्यक्ष ने फोन उठाया और न ही जिले के किसी पुलिस अधिकारी ने. इसके बाद नाराज पूर्व मंत्री खुद ही थाने पहुंच गए और जाकर वहां थानेदार से उलझ गए. मंत्री ने थाने से ही डीजीपी से बात की और वर्तमान हालात पर चिंता जताई. मंत्री मुकेश साहनी ने सुशासन पर भी सवाल खड़े किए.

गौरतलब है कि भेल्दी थाना क्षेत्र के इस्सेपुर गांव में 12 मई को लीची तोड़ने के विवाद में दो मासूम बच्चों की हत्या कर शव को कुएं में फेंक देने की प्राथमिकी मृतक मुन्ना व रोहित के परिजन मोती लाल महतो व राकेश महतो ने भेल्दी थाने में दर्ज कराई थी. प्राथमिकी दर्ज होने के इतने दिनों बाद तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर रविवार को विकासशील इंसाफ पार्टी के मुखिया और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी इस्सेपुर गांव पहुंचे. वहां सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण व पार्टी कार्यकर्ता मौजूद थे. उन्होंने पीड़ित परिजनों से अब तक की पुलिस कार्रवाई की जानकारी ली. इसके बाद पूर्व मंत्री ने जिले के एसपी, डीएसपी व भेल्दी थानाध्यक्ष को फोन करते रहे, मगर कहीं से कोई रिस्पांस नहीं मिला. तब पूर्व मंत्री आगबबूला होकर कार्यकर्ताओं के साथ थाने पहुंच गए. वहां उन्होंने मौजूद पुलिसकर्मियों को खरी-खोटी सुनाई.

पूर्व मंत्री ने जिले के अधिकारियों समेत थाने के लोगों पर घूस लेकर केस दबाने का सीधा-सीधा आरोप लगाया. पूर्व मंत्री ने बताया कि केस दर्ज होने के 10 दिनों बाद जब उन्होंने सारण एसपी से बात की, तब परिजनों का बयान पुलिस ने लिया. सहनी ने कहा कि 10 दिनों के भीतर अगर इस मामले में सही तरीके से जांचकर केस में गिरफ्तारी नहीं होती है तो इसके बाद बड़ा आंदोलन किया जाएगा.

पूर्व मंत्री के साथ पहुंचे कार्यकर्ताओं व पीड़ित परिजनों ने थाने की मिलीभगत का आरोप लगाते हुए काफी आक्रोश व्यक्त किया. करीब आधे घंटे तक थाने में हंगामा चलता रहा. पूर्व मंत्री ने सारण एसपी से लगातार संपर्क साधने की कोशिश की, मगर बात नहीं हो सकी. जिसके बाद उन्होंने बिहार के डीजीपी से बात कर कांड के संबंध में विस्तृत रूप से बताने के बाद उचित जांच करवा पीड़ित परिजनों को न्याय दिलाने का आग्रह किया.

टैग: बिहार के समाचार, बिहार पुलिस, मुकेश साहनी

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