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भूमिहार नेता आशुतोष ने बुलाया था बिहार बंद
चर्चित भूमिहार नेता आशुतोष के बिहार के यूट्यूबर मनीष कश्यप की गिरफ्तारी के विरोध में आंदोलन को समर्थन के ऐलान पर गुरुवार को भूमिहार समाज औरंगाबाद के ओबरा, अम्बा और दाउदनगर में सड़क पर उतरा। तीनों जगहों पर एनएच-139 को जाम किया गया। सड़क पर आगजनी भी की गई। आगजनी कर बिहार सरकार के खिलाफ जमकर मुर्दाबाद के नारे भी लगाए।
घंटों जाम रहा नेशनल हाईवे
नेशनल हाईवे घंटो जाम रहा। जाम में फंसे वाहनों की कई किलोमीटर लंबी कतार लगी रही। यात्रियों और राहगीरों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। दोनों जगहों पर हाईवे दो से तीन घंटे तक जाम रहा। इस दौरान आंदोलनकारियों ने मनीष कश्यप के समर्थन और बिहार सरकार के विरोध में जमकर नारे लगाये। आंदोलनकारियों का कहना था कि मनीष की गिरफ्तारी गलत है। राज्य सरकार ने उसे साजिश के तहत फंसाया है। मनीष की अविलंब और बिना शर्त रिहाई होनी चाहिए अन्यथा पूरे राज्य में इससे भी इतना ज्यादा बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा।
अम्बा में आगजनी कर उग्र प्रदर्शन
वहीं, अम्बा में मनीष कश्यप के समर्थन में छक्कनबार के पास एनएच-139 को जाम किया। प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर आगजनी कर उग्र विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे भूमिहार नेताओं ने कहा कि मनीष कश्यप धरातल से जुड़े हैं। वे सच्चाई दिखाते हैं और झूठ की पोल खोलते हैं। उनका काम सरकार को नागवार गुजर रहा था। इसी वजह से बिहार के सत्ताधीशों ने साजिश कर मनीष को फर्जी मामले में जेल भेजा है।
बड़ा होगा आंदोलन
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि वे सभी मनीष के साथ हैं। अब यह आंदोलन तबतक चलेगा जबतक कि मनीष की रिहाई नहीं होती है। ओबरा में नेशनल हाईवे जाम और प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता कमलेश कुमार विकल ने कहा कि बिहार सरकार मनीष कश्यप को रिहा करे अन्यथा हम सब इससे भी बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
ठप रहा यातायात
वहीं यूट्यूबर मनीष कश्यप की गिरफ्तारी के विरोध में हसपुरा प्रखंड में दाउदनगर-गया एनएच 120 पथ को पचरूखिया बाजार स्थित शहीद जगदेव प्रसाद चौक को यूट्यूबर के समर्थकों ने गुरुवार को लगभग दो घंटे तक जाम कर यातायात ठप कर दिया।
अधिकारियों को झेलना पड़ा आक्रोश
पचरूखिया में जाम की सूचना मिलते ही दलबल के साथ हसपुरा थानाध्यक्ष नरेन्द्र प्रसाद, बीडीओ अभय कुमार और सीओ शोभा कुमारी ने पहुंचकर सड़क जाम को हटवाया। जाम हटा रहे अधिकारियों को काफी आक्रोश झेलना पड़ा। समर्थकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मनीष कश्यप को रिहा करने की मांग की।
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