[ad_1]
‘RJD-JDU राज में जमीन देनी होगी या जान’
संजय जायसवाल ने कहा कि महागठबंधन सरकार को बने तीन महीने भी नहीं हुए हैं और जेडीयू के विधायक RJD के रंग में रंग चुके हैं। भागलपुर में जेडीयू विधायक गोपाल मंडल के बेटे ने लोगों को RJD के जंगलराज की याद दिला दी। अब जेडीयू विधायक और उनके परिवार के सदस्य भी RJD के गुंडों की तर्ज पर ही आम लोगों पर जुल्म ढा रहे हैं। जेडीयू विधायक गोपाल मंडल के बेटे ने दिनदहाड़े गोलियां चलाकर ये साबित कर दिया है कि अब सूबे में किसी आम आदमी की जमीन सुरक्षित नहीं रही। अगर RJD-JDU के नेताओं को उनकी जमीन पसंद आ गई तो उन्हें या तो जमीन देनी होगी या अपनी जान।
‘सुशासन अब कुशासन में तब्दील हो चुका है’
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि उन्हें मिली जानकारी के अनुसार जेडीयू विधायक के बेटे ने अचानक इस घटना को अंजाम नहीं दिया। बल्कि पीड़ित पक्ष को पिछले 10-15 दिनों से धमकी दी जा रही थी। धमकी देने वालों में बेटों के साथ-साथ खुद गोपाल मंडल भी शामिल थे। इसकी जानकारी होने के बावजूद प्रशासन का मूकदर्शक बना रहा। उनपर किसी भी तरह की कार्रवाई न करने का दबाव बना हुआ था। ये घटना से साबित हो जाता है कि जेडीयू-आरजेडी के बीच थोड़ा बहुत भी जो अंतर था, वो भी खत्म हो चुका है। भागलपुर की घटना ने दिखा दिया कि पैसे और जमीन के लिए JDU के नेताओं को अब आम लोगों को गोलियों से भूनवाने से भी गुरेज नहीं है। इनका सुशासन अब कुशासन में तब्दील हो चुका है। जहां पुलिस प्रशासन जनता की नहीं बल्कि अपराधियों का सहयोग करती है।
‘भागलपुर की घटना पर नीतीश सरकार दे जवाब’
BJP ने कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि सूचना मिलने के बाद भी पुलिस प्रशासन ने गोपाल मंडल और उनके पुत्र के खिलाफ कारवाई क्यों नहीं की? वो बताएं कि किसके दबाव में पुलिस निष्क्रिय रही? उन्हें बताना चाहिए कि इस गोलीकांड का जवाबदेह कौन है? बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि ये तो एक घटना है, जब से महागठबंधन की सरकार बनी है, तब से बिहार के अपराधियों के हौसलें सातवें आसमान पर है। थाने में घुसकर अपराधी को छुड़ाकर ले जाना, पुलिस टीम पर हमला, दिनदहाड़े व्यवसायी का लूट जाना, ये सब अब बिहार में आम बातें हो चुकी हैं। लेकिन जैसे ही बीजेपी से जंगलराज बताती है, नीतीश कुमार को मिर्ची लगने लगती है।
[ad_2]
Source link