[ad_1]
इसी जिंदा अपहर्ता का जुर्म छिपाने को परिजनों ने दूसरे की लाश भी जलाई और अपहृत के परिजनों को फंसाया।
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
इसी साल भागलपुर में एक ऐसे शख्स को नाबालिग छात्रा से बलात्कार में पॉक्सो के तहत सजा मिली, जिसने खुद को सजा से बचाने के लिए जिंदा रहते अपनी शवयात्रा निकलवाई थी। अब इससे मिलता-जुलता केस रोहतास में सामने आया है, जहां नाबालिग का अपहरण करने वाले बेटे को सजा से बचाने के लिए परिवार वालों ने अज्ञात लाश को बेटा बता अंतिम संस्कार कर दिया। इतना ही नहीं, अपहर्ता की हत्या का केस अपहृत लड़की के परिजनों पर डाल दिया गया। लेकिन, सच कभी न कभी बाहर आ ही जाता है और इस बार भी आ गया। उत्तर प्रदेश के मुगलसराय में अपहर्ता गिरफ्तार किया गया है। उसके पास अपहृत नाबालिग भी बरामद की गई।
बेटी का अपहरण हुआ, फिर अपहर्ता की हत्या का आरोप लगा
जिले के कोचस थाना क्षेत्र से एक 22 अक्टूबर 2021 को एक नाबालिग का अपहरण हुआ था। नाबालिग की मां ने कोचस थाने में लिखित आवेदन दिया था। 28 अक्टूबर को प्राथमिकी दर्ज की गई थी। तब से कुछ नहीं हो रहा था। उलटा, 14 महीने के अंदर लड़की के परिजनों की परेशानी का अंत नहीं हो रहा था। कोचस वार्ड 13 निवासी बसंत राम के बेटे रविरंजन राम पर अपहरण का आरोप था और उसके परिजनों ने बेटे के बचाने के साथ लड़की के परिजनों को फंसाने की साजिश रची। अपहरण की प्राथमिकी दर्ज होने के तीन दिन बाद 31 अक्टूबर 2022 को पास के भानस ओपी के मझौली गांव से एक शव कुंआ से बरामद किया गया था। शव बरामदगी की सूचना पर रविरंजन के परिजन पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे और लावारिस शव को रविरंजन का बता दिया। औपचारिकता के बाद शव लेकर परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया और फिर रविरंजन की हत्या का आरोप लड़की के सात परिजनों पर मढ़ दिया।
रोहतास पुलिस को पक्की सूचना मिली तो यूपी से हुई गिरफ्तारी
एसपी विनित कुमार ने बताया कि रोहतास पुलिस को जानकारी मिली कि उक्त काण्ड में वांछित अभियुक्त मुगलसराय में छिपा हुआ है। सूचना के सत्यापन के बाद मुगलसराय में छापेमारी की गई एवं अपहृता को बरामद करते हुए अपहर्ता रविरंजन को गिरफ्तार कर लिया गया। एसपी ने बताया कि मामले में अपहृता का न्यायालय में बयान दर्ज कराकर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
[ad_2]
Source link