Home Bihar बिहार : IAS, BDO, प्रिंसिपल, प्रफेसर, इंजीनियर, टीचर, क्लर्क… BPSC के कितने गुनहगार? जानिए एक-एक सच्चाई

बिहार : IAS, BDO, प्रिंसिपल, प्रफेसर, इंजीनियर, टीचर, क्लर्क… BPSC के कितने गुनहगार? जानिए एक-एक सच्चाई

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बिहार : IAS, BDO, प्रिंसिपल, प्रफेसर, इंजीनियर, टीचर, क्लर्क… BPSC के कितने गुनहगार? जानिए एक-एक सच्चाई

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पटना :BPSC Paper Leak मामले में मास्टर माइंड को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस का दावा है कि आनंद गौरव उर्फ पिंटू यादव (Anand Gaurav Alias Pintu Yadav) नाम का शख्स इस पेपर लीक कांड का सरगना है। इसके ठिकाने से हाईटेक इक्यूपमेंट भी मिले हैं। रविवार को चार और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इन पर पेपर लीक करने और आंसरशीट भेजने का आरोप है। पेपर लीक मामले में पंचायती राज विभाग के सचिव आईएएस रंजीत कुमार सिंह (आईएएस रंजीत कुमार सिंह) से भी पूछताछ हुई थी। उनके मोबाइल पर लीक हुआ प्रश्न पत्र भेजा गया था। आरोपियों में टीचर कृष्णमोहन सिंह रंजीत सिंह के मोबाइल पर क्वेश्चन पेपर भेजा था। कृष्णमोहन वही शख्स है जो रंजीत सिंह का काफी नजदीकी दोस्त है। ऐसे में सवाल है कि उस टीचर (कृष्णमोहन) के पास लीक हुआ क्वेश्चन पेपर कहां से आया? एसआईटी को इस सवाल का जवाब ढूंढना है।

पेपर लीक कांड का मास्टरमाइंड निकला इंजीनियर
गिरफ्तार अभियुक्तों से की गई पूछताछ और इनके संबंध में किए गए तकनीकि अनुसंधान से उनके अन्य सदस्यों की भूमिका का खुलासा हुआ। राजेश कुमार की निशानदेही पर इनके संचालित कंट्रोल रूम का भी खुलासा हुआ। ये गिरोह कदमकुआं थाने के लोहानीपुर मुहल्ले से ऑपरेट हो रहा था। इस पूरे गिरोह का सरगना आनंद गौरव उर्फ पिंटू यादव है। जो एनआईटी पटना से ग्रेजुएट है और इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद गैर कानूनी धंधे में शामिल है। इस मामले में सबूत मिले हैं कि ये साल 2015 में इलाहाबाद (उत्तर प्रदेश) के टीचर भर्ती घोटाला में गिरफ्तार हुआ था। 2020 में मुंगेर जिले में हत्या के एक मामले में आरोपी भी है।

हाईटेक गजट के साथ घर में बना रखा था कंट्रोल रूम
गिरफ्तार राजेश कुमार के बयान पर एसआईटी की टीम ने छापेमारी के दौरान लोहानीपुर में आनंद गौरव उर्फ पिंटू यादव के आवास से एक कंट्रोल रूम मिला। यहां काफी हाईटेक गजट की बरामदगी हुई। इसके अलावा आनंद गौरव के खाते में करीब 12 लाख रुपए जमा कराए गए थे। इसकी भी जांच की जा रही है। उसके पास से 2 लाख 92 हजार नगद भी मिला है। राजेश कुमार के पटेल नगर स्थित आवास से भी कई हाईटेक गजट मिला है। एसआईटी का कहना है कि प्रश्न पत्र लीक कर उसका सही उत्तर देने के एवज में क्लाइंट से लाखों रुपए लिए जाते थे। प्रश्न पत्र लीक कर परीक्षार्थियों को उत्तर उपलब्ध कराए जाते थे। एसआईटी मनी ट्रेल की भी जांच कर रही है।

एसआईटी ने की इन चारों आरोपियों की हुई गिरफ्तारी
गिरफ्तार आरोपियों में पहला नाम राजेश कुमार का है जो भागलपुर जिले के सजौर थाने के जगरनाथपुर का रहनेवाला है। फिलहाल वो कृषि विभाग (विकास भवन, पटना) में नवंबर 2018 से क्लर्क के तौर पर नौकरी कर रहा है। फिलहाल वो किराये के मकान में पूर्वी पटेल नगर में रहता है। दूसरा आरोपी निशिकांत राय है जो सिवान जिले के गोरिया कोठी थाने के दुधरा गांव का रहनेवाला है। फिलहाल वो जानकी कुटिर अपार्टमेंट जगदेव पथ (पटना) में रह रहा था। तीसरा आरोपी कृष्णमोहन सिंह है जो वैशाली जिले के राजापाकड़ थाने के बहुआरा गांव का रहनेवाला है। वर्तमान में ये देसरी हाई स्कूल में टीचर है और बहादुरपुर हाउसिंग कॉलोनी (भूतनाथ रोड, कंकड़बाग) पटना में रहता था। चौथा आरोपी सुधीर कुमार सिंह औरंगाबाद जिले के अंबा थाने के झखरी गांव का रहनेवाला है।
इससे पहले जिन चार आरोपियों की गिरफ्तारी की गई थी उनमें बड़हरा के बीडीओ जयवर्द्धन गुप्ता, कुंवर सिंह कॉलेज (आरा) के प्रिंसिपल योगेंद्र प्रसाद सिंह, कुंवर सिंह कॉलेज के प्रफेसर सुशील कुमार सिंह और कुंवर सिंह कॉलेज के दूसरे प्रफेसर अगम कुमार सहाय शामिल हैं।

आरोपियों के ठाकाने से चौंकानेवाले हाईटेक गजट मिले
आनंद गौरव उर्फ पिंटू यादव के ठिकाने से जो हाईटेक इक्यूपमेंट बरामद हुए उनमें- 10 पीस GPS बैटरी, एक हीट सिल मशीन, एक स्मॉल टूल कीट, एक हीट गन, एक प्रींट कार्टेज, 5 सोल्डरिंग डिवाइस, एग्जाम के दौरान इस्तेमाल किया जाने वाला 47 स्पाइ GPS डिवाइस, 11 USB केबल कनेक्टर, एक मैजरमेंट टेप और एक ग्लू इलेक्ट्रिक गन शामिल है। इसके अलावा राजेश के ठिकाने छापेमारी के दौरान एक पीस लैपटॉप, 5 पेन ड्राइव, 16 ईयर फोन, वोडाफोन का 20 सिमकार्ड, यूनिनॉर का 2 सिमकार्ड, एयरसेल का 9 सिमकार्ड, BSNL का एक सिमकार्ड, एक पिस प्रिंटर और दो बैंक अकाउंट का पासबुक शामिल है।

BPSC PT के लिए हुई थी 8-10 लाख में डील!
ऐसा कहा जा रहा है कि 67वीं बीपीएससी पीटी की परीक्षा में कैंडिडेंट्स से पेपर और आंसर के लिए 8-10 लाख रुपए की डील हुई थी। अलग-अलग खातों में पैसे डलवाए गए। जो पेपर परीक्षा के 10 मिनट पहले इनविजिलेटर्स को दिया जाना था, वो एक घंटे पहले ही सेटिंगबाजों को दे दिया गया। गैंग का मुख्य सरगना पटना NIT से इंजीनियरिंग पास कर चुका है। आनंद गौरव उर्फ पिंटू यादव पर एसआईटी की निगाहें हैं। इससे और पूछताछ में चौंकानेवाले खुलासे की उम्मीद है।

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