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केके पाठक का वह वीडियो, जिसमें वह लगातार गालियां दे रहे हैं।
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
विख्यात लिखें या कुख्यात लिखें…बिहार में काम कर रहे IAS अधिकारी के. के. पाठक एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार बिहारियों को दमभर गाली देकर। वह पैदल चलने वाले बिहारियों को भी गाली दे रहे हैं और गाड़ी चलाने वालों को भी। किसी को भी नहीं छोड़ रहे। बिहार सरकार के उत्पाद एवं निबंधन विभाग के सभागार में अधिकारियों की मीटिंग के दौरान एक डिप्टी कलेक्टर पर गुस्सा उतारने के चक्कर में वह गालियां दे रहे थे। मीटिंग का यह वीडियो वायरल है।
गालियां लिख नहीं सकते, इसलिए …
बिहार सरकार में निबंधन विभाग के अतिरक्त मुख्य सचिव और बिहार इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन एंड रूरल डेवलपमेंट (BIPARD) के महानिदेशक के. के. पाठक ने इस मीटिंग में जो कहा, उसमें कई ऐसे शब्द ‘अमर उजाला’ लिख नहीं सकता। ऐसे शब्दों को तीन डॉट्स के रूप में छोड़ दिया गया है। सामने आए वीडियो में पाठक कह रहे हैं- …डिप्टी कलेक्टर का मां-बहन एक कर दो। साला बिहार एडमिनिस्ट्रेशन! यहां का लोग आदमी ऐसा है। चेन्नई में आदमी … बाएं से चलता है, यहां देखे हो किसी को बाएं से चलते? लाल लाइट में हॉर्न बजाते देखे हो चेन्नई में किसी को? यहां … ट्रैफिक में खड़ा होकर पेंपेंपेंपें हॉर्न बजाएगा! देखे नहीं हो क्या तुमलोग बेली रोड पे? … लाल लाइट भी है और पेंपें भी करेगा। … यहां का आदमी आज भी है! यहां डिप्टी कलेक्टर … का ये हाल है। अब मैं … की मैं, अरे दो-चार लोग लिखकर तो दो … डिप्टी कलेक्टर … इनकी ऐसी-तैसी करता हूं। कल जरा भेजो उसको।
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