[ad_1]
उन्होंने कहा कि बिहार में 100 में 60 प्रतिशत लोगों के पास अपनी खुद की जमीन नहीं है। उनकी किस्मत में मजदूरी करना ही लिखा है और वे मजदूरी कर रहे हैं। बिहार में जो खेती कर रहे हैं उनको सरकार के तरफ से यूरिया, पोटाश, बीज समय पर नहीं मिल रहा है। अगर किसी गांव में किसान अनाज उपजा भी रहे हैं तो उसकी कीमत बाजार में नहीं मिल रही है।
उन्होंने कहा कि जिन युवाओं को दुकान खोलना है उनके पास जमीन नहीं होने की वजह से ऋण नहीं मिल पा रहा है। यही कारण है कि बिहार के लोग दूसरे राज्यों में जाने के लिए मजबूर हैं। इन सभी समस्याओं को दूर करने के लिए बिहार के लोगों को एक साथ आना होगा तब जाकर हम बिहार को विकसित राज्य बना सकेंगे।
[ad_2]
Source link