Home Bihar बिहार में मनीष कश्यप को लेकर सोशल मीडिया पर बवाल, जानिए आईपीएस अधिकारी ने सोनू सूद को क्या कहा

बिहार में मनीष कश्यप को लेकर सोशल मीडिया पर बवाल, जानिए आईपीएस अधिकारी ने सोनू सूद को क्या कहा

0
बिहार में मनीष कश्यप को लेकर सोशल मीडिया पर बवाल, जानिए आईपीएस अधिकारी ने सोनू सूद को क्या कहा

[ad_1]

पटना: ‘जितना भी मैं मनीष कश्यप को जानता हूं। उसने हमेशा बिहार के लोगों के भले के लिए ही आवाज़ उठाई है। हो सकता है उस से कुछ गलती भी हुई हो। पर यह बात मैं यक़ीन से कह सकता हूं कि वो देशहित के लिये ही लड़ा है। न्याय और क़ानून से ऊपर हमारे देश में कुछ नहीं। जो भी होगा सही ही होगा।’ सोनू सूद का संबंध मनीष कश्यप से बहुत पहले से है। सोनू सूद के साथ मनीष कश्यप कई कार्यक्रम में देखे गये हैं। सोनू सूद के साथ मनीष कश्यप की तस्वीर गाहे-बगाहे सोशल मीडिया पर वायरल होती रही है। सोनू सूद के ट्वीट के बाद उस पर बिहार के आर्थिक अपराध इकाई के अधिकारी ने ट्वीट किया है। अधिकारी ने सोनू सूद को ज्यादा जल्दीबाजी नहीं दिखाने की नसीहत दी है।

ईओयू के एसपी ने दिया सोनू सूद को जवाब

ईओयू के एसपी सुशील कुमार ने सोनू सूद को सलाह देते हुए लिखा है कि सोनू सूद जी, देश में कानून और न्याय सर्वोपरि है। देशहित के पीछे छिपकर समर्थन करने के पहले इंतजार कर लेते। आपका ट्वीट शक और अविश्वास पैदा करता है। पुलिस पर भरोसा बेशक मत कीजिए, देश की न्याय व्यवस्था का सम्मान कीजिए। मैं भी कहता हूं, जो होगा अच्छा ही होगा। आपकी ये बेचैनी और जल्दीबाजी आपके एजेंडे को एक्सपोज करती है। देश में मसीहा बनने की होड़ मची है। आपको भी जनता बना देगी। व्याकुल नहीं होना है। इस पोस्ट को आईपीएस अधिकारी ने देशहित में जारी बताया है। सोनू सूद के ट्वीट और आईपीएस अधिकारी के पोस्ट पर हजारों लोगों ने कई तरह के कमेंट किये हैं।

अगली तारीख 21 अप्रैल को

आपको बता दें कि यूटूबर मनीष कश्यप तमिलनाडु में है। उसके ऊपर तमिलनाडु पुलिस के द्वारा NSA लगाया गया है। जिसके बाद बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद ने ट्वीट किया था। हालांकि, ट्वीट के डिलिट करने की बात भी कही जा रही है। मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में मनीष कश्यप के मामले की सुनवाई हुई। कोर्ट ने केंद्र, तमिलनाडु और बिहार सरकार से जवाब तलब किया। तमिलनाडु में प्रवासी कामगारों पर कथित हमले के फर्जी वीडियो पोस्ट करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यूट्यूबर ने अपने खिलाफ दर्ज पांच प्राथमिकियों पर एक साथ सुनवाई करने की गुजारिश की गई है। मनीष कश्यप मामले में न्यायमूर्ति कृष्ण मुरारी और न्यायमूर्ति संजय करोल की पीठ ने केंद्र, तमिलनाडु और बिहार सरकार को नोटिस जारी किया। यूट्यूबर मनीष कश्यप की याचिका पर एक सप्ताह के भीतर जवाब देने को कहा है। मामले में अगली सुनवाई 21 अप्रैल को होगी। मनीष कश्यप की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता सिद्धार्थ दवे ने कहा कि याचिकाकर्ता के खिलाफ दो राज्यों में पांच मुकदमे दर्ज किए गए हैं।

मनीष कश्यप को मिला सोनू सूद का साथ, यूट्यूबर को लेकर कह दी बड़ी बात

कश्यप पर जारी रहेगी सुनवाई

सुनवाई के दौरान यूट्यूबर के वकील सिद्धार्थ दवे ने कहा कि मैं अनुरोध कर रहा हूं कि बिहार की प्राथमिकी को मुख्य प्राथमिकी रहने दें… अन्य को नत्थी करें। मुझे तमिलनाडु ले जाया जा रहा है, जहां की भाषा मुझे समझ में नहीं आती है। ये आश्चर्यजनक है और देश की संप्रभुता के लिए खतरा है। इस पर न्यायमूर्ति करोल ने कहा कि हल्के-फुल्के अंदाज में कहें तो मैं भी बिहार का प्रवासी हूं। ये बयान बहुत कुछ कहता है। आपको बता दें कि तमिलनाडु की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने कहा कि कश्यप की हरकत की वजह से लोगों की जान गई है और ये कोई मामूली मामला नहीं है। उन्होंने समय दिए जाने की मांग करते हुए कहा कि कश्यप को पहले ही राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत हिरासत में लिया जा चुका है।
रिपोर्ट-चंद्र मोहन पांडेय, पटना

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here