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- 47% Of The People Said That After Installing The Smart Meter, The Electricity Bill Became 30% High
पटना25 मिनट पहले
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बिहार सरकार अन्य राज्यों से महंगी बिजली देने के बाद भी उपभोक्ताओं को सुविधा नहीं दे पा रही है। हर काम के लिए दौड़ना पड़ रहा है। स्मार्ट मीटर की रफ्तार काबू से बाहर है, शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। बिहार में बिजली को लेकर कराए गए सोशल ऑडिट में यह बड़ा खुलासा हुआ है। बिहार में सामाजिक सर्वे की विशेष टीम और आइ डिजिनेक्स्ट डिजिटल मार्केटिंग के सर्वे में 71% लोगों ने बिहार में बिजली को लेकर सुविधा देने में सरकार को फेल बताया है, जबकि 47% लोगों ने कहा है कि स्मार्ट मीटर लगाने के बाद 30% तक बिजली का बिल हाई हाे गया है।
64 हजार से अधिक लोगों ने सर्वे में लिया भाग
सोशल वेल्फेयर के लिए काम करने वाली संस्था और बिहार सामाजिक सर्वेक्षण के सदस्य बबलू प्रकाश ने बताया कि स्मार्ट मीटर और बिजली से संबंधित समस्या और सुविधा को लेकर 15 जनवरी 2022 से बिहार सामाजिक अंकेक्षण की विशेष टीम और आइडिजिनेक्स्ट डिजिटल मार्केटिंग, पटना के सहयोग से सर्वे कराया गया है। इसमें 64 हजार से अधिक लोगों ने भाग लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। सोशल मीडिया के अलग अलग अलग प्लेटफॉर्म से कराए गए सर्वे में बिहार सोशल ऑडिट की टीम ने कुछ खास प्रश्न तैयार किया था जिस पर लोगों ने अपनी राय दी है। बिहार सामाजिक सर्वे के सदस्य बबलू प्रकाश का कहना है कि जनता ने सर्वेक्षण में स्मार्ट मीटर को एक सिरे से खारिज कर दिया है।
सर्वे की रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा
बिहार सामाजिक सर्वेक्षण टीम के आंकड़ों के मुताबिक 64 हजार से अधिक लोगों ने सर्वे में भाग लिया। इसमें 56% बिजली उपभोक्ताओं ने बिजली विभाग के हेल्पलाइन नंबर 1912 से असंतोष जताया है। वहीं 33% लोगो का कहना कि 1912 पर कोई जवाब नहीं मिलता है, जबकि 11% लोग हेल्पलाइन नम्बर को बेमतलब बताए हैं। सर्वे में 47% प्रतिशत लोगों ने कहा कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिजली का बिल 30% तक बढ़ गया है, वहीं 28% प्रतिशत लोगों ने 20 से 30% तक की बढ़ोत्तरी बताई है और 19% लोगों ने 10 से 20% तक की बढ़ोत्तरी की बात कही है।
स्मार्ट मीटर से 6% ने जताया संतोष
मात्र 6% प्रतिशत लोग ऐसे हैं जिन्होंने ये कहा है कि उनका बिजली का बिल स्मार्ट मीटर लग जाने के बाद भी नहीं बढ़ा है, 86% लोग ऐसे हैं जिन्हें मीटर रीडिंग टेस्ट (एम.आर.टी) के बारे मे कुछ भी पता नही है और ना ही ऊर्जा विभाग के द्वारा बताया गया है। जबकि 11% उपभोक्ता कहते हैं कि वो इसके बारे मे जानते थे लेकिन जब उन्होंने स्मार्ट मीटर लगाने वाली कंपनी से मीटर की एम.आर.टी द्वारा की गई जांच सर्टिफिकेट मांगा तो उन्हें नही दिया गया। महज 3% प्रतिशत लोगो ने बताया है कि उन्हें एमआरटी सर्टिफिकेट मिला है।
लोगों ने माना कि अन्य प्रदेशों से महंगी है बिजली
सर्वे के अनुसार 85% बिहार की जनता यह जानती है कि बिहार में बिजली दर बाकी राज्यों से अधिक है। मात्र 15% लोगों को इस बात की जानकारी नहीं है, बात रेटिंग की करे तो सर्वेक्षण मे शामिल 71% लोगो ने बिहार के बिजली विभाग में सुधार करने की बात कही है। वहीं 15.1% लोगों ने 2 पॉइंट की रेटिंग दी है, 8.4 % लोग ऐसे हैं जिन्होंने 3 पॉइंट की रेटिंग दी है, 2 % लोग ऐसे हैं जिन्होंने 4 पॉइंट की रेटिंग दी है और 3.4 % उपभोक्ता ऐसे भी है जिन्होंने बिहार के बिजली विभाग को बहुत अच्छा बताते हुए उन्हें 5 (सबसे अच्छा) पॉइंट की रेटिंग दी है।
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