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बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह दोबारा जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हैं, उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई। लेकिन ललन सिंह की यह दूसरी पारी बेहद ही निराशाजनक और नकारात्मक रूप में शुरू हुई है। शपथ ग्रहण से पहले ही ललन सिंह कुढ़नी का उपचुनाव हार गए। कुढ़नी का उपचुनाव हारने से उनका स्वागत हुआ है। भले आज उनका विधिवत स्वागत किया गया हो लेकिन मंच पर गुलदस्ता लेते हुए उनकी मुस्कुराहट बनावटी लग रही थी। मनोज शर्मा ने चुटकी लेते हुए ललन सिंह को जेडीयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने पर और कुढ़नी हारने पर हार्दिक बधाई दी।
बिहार, गुजरात के अलावा दिल्ली में भी JDU ने हार का बनाया रिकॉर्ड
बीजेपी के पूर्व विधायक को प्रदेश प्रवक्ता मनोज शर्मा ने कहा कि जेडीयू बहुत ही गाजे-बाजे के साथ और अपनी राष्ट्रीय छवि बनाने के लिए दिल्ली एमसीडी का भी चुनाव लड़ा था। वहां जेडीयू ने 23 सीटों पर चुनाव लड़ा और उनके ज्यादातर कैंडिडेट को 500 से कम वोट मिले। मनोज शर्मा ने कहा कि यह कीर्तिमान जेडीयू ही बना सकता है। ऐसे कीर्तिमान को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं। मनोज शर्मा ने कटास भरे लहजे में कहा कि जो दल दिल्ली एमसीडी चुनाव में एक सीट जीत नहीं सकता, वह विपक्षी एकता को मजबूत करके पीएम पद का उम्मीदवार बनने की लालसा करता है। चलिए, सपना देखने में कोई हर्ज नहीं है।
भारत के इतिहास में सबसे कम वोट पाने वाला JDU का उम्मीदवार
बीजेपी के पूर्व विधायक प्रदेश प्रवक्ता मनोज शर्मा ने कहा कि गुजरात में भी जदयू ने जोर आजमाइश की थी। लेकिन गुजरात मे जदयू के पक्ष में महज 0.00 फीसदी वोट पड़े हैं और तो और जदयू के एक कैंडिडेट को भारतीय इतिहास में सबसे कम वोट पाने का रिकॉर्ड बना है। जेडीयू के उम्मीदवार को तो महज 30 वोट मिले हैं। अब ऐसी स्थिति में JDU के नेता देश में BJP के खिलाफ देश स्तर पर मुहिम चला रहे हैं। उन्हें चाहिए पहले अपने आप को मजबूत कर लें। बिहार में तीन नम्बर की पार्टी बनकर अपनी पलटू रणनीति से सत्ता में बने हुए हैं। लेकिन सच्चाई ये है कि आने वाले समय में जनता उन्हें तीसरे नम्बर पायदान से और भी नीचे उतार कर सबक सिखाने का काम करेगी।
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