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‘बीजेपी अनर्गल बयानबाजी करती है’
राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी का कहना है कि बिहार में बीजेपी नेताओं के सामने संकट आ खड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि सत्ता से बाहर कर दिए जाने के बाद बड़ी संख्या में BJP के नेता बेरोज़गार हो गये हैं। अब उनमें नीतीश सरकार के खिलाफ कड़ा-कड़ा बयान देने की होड़ मची हुई है। उन्होंने कहा कि दरअसल बीजेपी के नेता अपने बयानों के ज़रिए खुद को मीर साबित करने में लगे हुए हैं। शिवानंद तिवारी ने कहा कि हमारा ये दावा नहीं है कि बिहार देश का सबसे आदर्श राज्य है। लेकिन क्या वास्तव में बिहार की हालत उतनी बुरी है, जितनी BJP नेता अपने बयानों से साबित करने की कोशिश कर रहे हैं ?
‘बिहार की स्थिति बुरी नहीं’
उन्होंने कहा कि देश के अन्य राज्यों की बात छोड़ कर सिर्फ BJP शासित राज्यों को कसौटी बना कर उनके साथ बिहार की तुलना की जाए तो क्या सचमुच बिहार की हालत इतनी बुरी है जितना बताया जा रहा है ? शिवानंद तिवारी ने यह भी कहा कि अन्य राज्यों की बात छोड़ दिया जाए अगर बिहार की तुलना गुजरात के साथ की जाए तो क्या अभी अभी गुजरात के मोरबी में जो दुर्घटना हुई वैसा कोई नज़ीर हम बिहार में पाते हैं क्या ? पुल के रख रखाव की जिम्मेदारी घड़ी बनाने वाले कंपनी को दे दी गई थी। उसके मालिक पटेल, अपने पीएम नरेंद्र मोदी के अत्यंत निकट व्यक्ति हैं और वे लोकतंत्र नहीं बल्कि हिटलर के समर्थक हैं।
‘मोरबी के दोषी मोदी के करीबी’
शिवानंद तिवारी ने कहा कि नरेंद्र मोदी जी से उनकी दोस्ती का ही नतीजा है कि 2008 में उस जिला के कलक्टर ने बगैर टेंडर के उनको पुल के रख रखाव का ठेका दे दिया। उसका नतीजा है कि लापरवाही की वजह से उस दुर्भाग्यपूर्ण पुल दुर्घटना में एक सौ पैंतीस लोग अकारण मृत्यु के शिकार हो गए। लेकिन अभी तक उन पटेल साहब को गिरफ्तार करने की बात बहुत दूर है, उनसे पूछताछ भी नहीं हुई है। आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि अपने लंबे समुद्र तट के कारण गुजरात हमेशा देश का समृद्ध राज्य रहा है। लेकिन जिन मानकों को आजकल विकसित राज्य का पैमाना माना जाता है उस आधार पर गुजरात आज कहाँ खड़ा है ?
‘सावधानी से करें आलोचना’
शिवानंद तिवारी ने कहा कि राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के मुताबिक़ 2005-06 में 7 प्रतिशत की तुलना में 2019-20 में गुजरात में 11 प्रतिशत बच्चे कम वजन के पैदा हुए। 2018-19 के उच्च शिक्षा को लेकर हुए सर्वेक्षण में छात्र-शिक्षक अनुपात के मामले में गुजरात 36 राज्यों के बीच 26 वें स्थान पर है। बेरोज़गारी के मामले में भी गुजरात की हालत हमसे बेहतर नहीं है। अभी वहाँ ग्राम पंचायतों में ग्राम प्रशासक के पद के लिए 3,900 बहाली निकली है। जबकि, 17 लाख बेरोजगारों ने उसके लिए आवेदन किया है। शिवानंद तिवारी ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि बिहार के BJP नेताओं को ये पता है या नहीं कि मध्यप्रदेश देश के कुपोषित बच्चों की राजधानी है। इसलिए बिहार की नीतीश सरकार की, जिसके वे कुछ महीने पहले तक तक साझेदार रहे हैं, सावधानी से आलोचना करनी चाहिए।
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