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तो गठबंधन बदलने वाले हैं नीतीश कुमार?
नीतीश कुमार बीजेपी नेता के घर तो प्रसाद ग्रहण करने गए थे, लेकिन सीएम के जाने मात्र से ही बिहार में सियासत तेज हो गई है। कयास लगाया जा रहा है कि नीतीश कुमार एक बार फिर पलटी मारेंगे। कयास लगे क्यों भी लगभग एक साल पहले भी नीतीश कुमार कुछ इसी तरह राबड़ी आवास भी गए थे। उस वक्त भी चर्चाएं तेज हो गईं थी। 6 महीने के अंदर ही नीतीश कुमार ने एनडीए से नाता तोड़कर महागठबंधन के साथ चले गए।
‘चाचा नीतीश आ गए तो सरकार भी बन जाएगी’
नीतीश कुमार महागठबंधन से अलग होने के लगभग 5 साल बाद बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पहुंचे थे। मौका था इफ्तार का। तेजस्वी यादव के निमंत्रण पर नीतीश कुमार राबड़ी आवास पहुंचे थे। रमजान मुस्लिम समुदाय के लिए पाक महीना माना जाता है। सीएम नीतीश के जाने पर लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने कहा था कि चाचा आ गए… अब सरकार भी बन जाएगी। तो क्या मान लिया जाए कि महापर्व के मौके पर नीतीश कुमार ने बीजेपी नेता के घर जाकर संदेश दे दिया कि बिहार में सियासी खेला होने वाला है! और एक बार बिहार में बीजेपी-जेडीयू की सरकार बनेगी।
कौन हैं संजय मयूख?
संजय मयूख बिहार बीजेपी के नेता हैं। बिहार विधान परिषद् के सदस्य हैं। संजय मयूख बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। मीडिया सेल के सह संयोजक भी हैं। कहा जाता है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के करीबियों में से एक संजय मयूख भी हैं। यही कारण है कि नीतीश कुमार का संजय मयूख के घर जाना कई सियासी सवाल खड़े हो रहे हैं।
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