
[ad_1]
मधेपुरा/भागलपुर/बांका : बिहार के मधेपुरा, भागलपुर और बांका जिलों में होली के जश्न के दौरान जहरीली शराब पीने से कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति की आंखों की रोशनी चली गई.
पुलिस के अनुसार, भागलपुर के साहिबगंज प्रखंड से चार, मधेपुरा जिले के दिग्घी गांव में तीन लोगों की मौत, जबकि बांका जिले के अमरपुर थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों से कम से कम सात लोगों की मौत की खबर है.
पुलिस ने बताया कि जिस व्यक्ति की आंखों की रोशनी चली गई है उसका भागलपुर के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है।
भागलपुर अनुमंडल पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) प्रकाश कुमार ने कहा कि मौत का कारण अभी स्पष्ट नहीं है। एसडीपीओ ने कहा, “मामले की जांच की जा रही है और हम यह नहीं कह सकते कि मौत शराब के सेवन से हुई है।”
मुरलीगंज थाना प्रभारी (एसएचओ) राज किशोर मंडल ने हालांकि इस बात से इनकार किया कि मौत जहरीली शराब पीने से हुई है. एसएचओ ने कहा कि मौत के कारणों का पता नहीं चल सका है क्योंकि पुलिस को घटना के बारे में पता चलने से पहले मृतक के परिवार के सदस्यों ने शवों का अंतिम संस्कार कर दिया था। ‘पुलिस ने मामले की हर एंगल से जांच शुरू कर दी है। शनिवार को विभिन्न गांवों से अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
बांका के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अरविंद कुमार गुप्ता ने कहा, “मुझे मीडिया के माध्यम से मौतों के बारे में पता चला है और मैंने मामले की जांच के लिए एक टीम का गठन किया है। पुलिस सभी संभावित कोणों से मौतों की जांच कर रही है लेकिन अभी तक हमें कोई सुराग नहीं मिला है।”
इस बीच, भागलपुर के कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा ने मौतों पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “पिछले कुछ महीनों में नकली शराब के सेवन से अकेले भागलपुर में 14 से अधिक लोगों की मौत हो गई है और प्रशासन इस खबर को दबाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहा है।”
[ad_2]
Source link