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शिक्षा विभाग ने शुरू की जांच
महतो ने कहा, जब हमने विभाग से पूछताछ की, तो ऐसा प्रतीत हुआ कि विभाग मासिक वेतन भदस गांव स्थित उसके मूल मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा दिखाई गई उपस्थिति के आधार पर जारी कर रहा है। प्राथमिक विद्यालय भादस गांव स्थित उसके मूल विद्यालय में अनुपस्थिति रिपोर्ट भेज रहा था। विद्यालय के प्रधानाध्यापक विकास कुमार ने उसकी अनुपस्थिति उपस्थिति को उपस्थिति में परिवर्तित कर दिया। उसकी उपस्थिति के आधार पर विभाग सितंबर 2022 से उसका वेतन जारी कर रहा था।
वेतन रोकने की कार्यवाही जारी
उन्होंने कहा, हमने सीमा कुमारी और विकास कुमार का वेतन रोकने की अनुशंसा के साथ रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी को भेज दी है। विभाग ने ऐसा किया है। सूत्रों ने कहा है कि 400 से अधिक शिक्षक एक भी दिन स्कूल में काम पर न जाकर प्रतिनियुक्ति हथकंडा अपनाकर वेतन लेने के मामले में शिक्षा विभाग के रडार पर हैं।
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