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नियमित रूप से हाई स्कूल नहीं जा पाते छात्र-छात्राएं
उच्च विद्यालय धनपुरा तक जाने के लिए 9 किलोमीटर घूमकर जाना पड़ता है। इस कारण बच्चे भी स्कूल जाने से कतराते हैं। हाई वे होकर इस 9 किलोमीटर के रास्ते को तय करने के कारण दुर्घटना की आशंका के बीच अभिवावक भी बच्चों को उच्च विद्यालय भेजने से कतराते हैं। धनपुरा तक तीन किलोमीटर की सड़क बनने से न केवल बाभन गांव के छात्र छात्राओं को सुविधा होगी बल्कि समीपवर्ती मोहरमारी, बगलबाड़ी पंचायत, डेरामारी स्टेट टोला के स्कूली छात्रों को भी हाई स्कूल जाने के लिए आसानी हो जाएगी।
कृषि कार्य भी हो जाएंगे सरल, घटना-दुर्घटना में जल्दी पहुंच सकेगी पुलिस
दुर्गम रास्ता होने के कारण सैकड़ो एकड़ की खेती की फसल को ले जाने में किसानों को परेशानी होती है। कृषि कार्यों के लिए ग्रामीणों को भारी परेशानी उठानी पड़ती है। घटना दुर्घटना के वक्त धनपुरा स्थित पुलिस केंद्र से पुलिस को लंबे रास्ते से आने के कारण विलंब हो जाता है। साथ ही धनपुरा में उपस्वास्थ्य केंद्र तक भी लोगों को जाने में काफी परेशानी होती है।
बरसात के दिनों में अलग-थलग पड़ जाता है गांव: मुखिया
डेरामारी के मुखिया मो शहबाज आलम ने बताया कि बरसात के दिनों में बाभन गांव अलग थलग पड़ जाता है, चारों ओर से कनकई नदी का पानी आ जाता है। इस सड़क का बनना गांव के लोगों के लिए वरदान से कम नहीं होगा। वर्षों से मांग की जा रही है, सरकार को जल्द से जल्द इसका डीपीआर बनवाकर निर्माण कार्य शुरू करवाने की जरूरत है।
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