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बिहार में अपनाया जाएगा यूपी मॉडल : सम्राट चौधरी
बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि क्या बिहार में एनकाउंटर नहीं होना चाहिए? बिहार में बीजेपी की सरकार बनेगी तो यहां भी अपराधियों का एनकाउंटर होगा। बिहार में कोई अपराधी बाहर नहीं निकलेगा मैं इसकी गारंटी लेता हूं। यह बातें बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष में सरदार पटेल सामाजिक एकता परिषद द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। सम्राट चौधरी ने यह भी कहा कि 1994 में लव-कुश की स्थापना हुई थी लेकिन आज भी उस बात को याद रखना चाहिए कि पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में जब लव कुश समाज के लोग इकट्ठे हुए थे तो गाली कौन देता था? सम्राट चौधरी ने कहा कि लव-कुश को क्या नहीं कहा गया?
सम्राट चौधरी की नेताओं को नसीहत
बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने उत्तर प्रदेश के झांसी में माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और मोहम्मद गुलाम के एनकाउंटर पर सवाल उठाने वाले राजनीतिक दलों के नेताओं को नसीहत भी दी है। उन्होंने कहा कि उमेश पाल की जिस तरीके से हत्या की गई थी और उसका सीसीटीवी फुटेज जिस प्रकार से पूरे देश ने देखा था। इसके बावजूद अगर कुछ राजनीतिक दलों द्वारा एनकाउंटर पर सवाल उठाए जा रहे हैं तो समझना मुश्किल नहीं है कि वह नेता ऐसा क्यों कर रहे हैं। सम्राट चौधरी ने कहा कि दुनिया जानती है कि अतीक अहमद को दुर्दांत अपराधी और माफिया बनाने का काम और इसके अलावा उसे राजनीति में प्रवेश कराकर राजनीतिक संरक्षण देने का काम भी समाजवादी पार्टी ने किया था। इसलिए तुष्टीकरण की राजनीति करने वाले अखिलेश यादव को दर्द तो होगा ही। इसके अलावा असदुद्दीन ओवैसी जैसे नेता जो सिर्फ मुसलमानों की ही बात करते हैं। वह आतंकवाद और अपराध में भी अपने मजहब को ढूंढ लेते हैं। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने यूपी एनकाउंटर पर सवाल उठाने वाले नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि एनकाउंटर तो उत्तर प्रदेश के झांसी में हुआ है। लेकिन तुष्टीकरण की राजनीति करने वाले कई नेता घायल हो चुके हैं।
झांसी में हुआ एनकाउंटर
माफिया अतीक अहमद के बेटे असद को यूपी एसटीएफ ने मार गिराया है। 13 अप्रैल यानी गुरुवार को उत्तर प्रदेश के झांसी में उमेश पाल हत्याकांड में शामिल 5-5 लाख के दो इनामी हत्यारे असद और मोहम्मद गुलाम को मार गिराया। आपको बता दें कि 24 फरवरी को प्रयागराज में उमेश पाल की सरेआम हत्या ने पूरे इलाके को दहला दिया था। आपको यह भी इस हत्याकांड के बाद अतीक के दो बेटों को पुलिस ने उठा भी लिया था। इसके अलावा आपको यह भी बता दें कि उमेश पाल की हत्याकांड की साजिश रचने वाली अतीक अहमद की पत्नी और उसकी बहन भी फरार है और पुलिस उसकी भी तलाश कर रही है। यूपी एसटीएफ द्वारा ढेर किए गए अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर मोहम्मद गुलाम के पास से विदेशी हथियार भी बरामद हुए हैं। लेकिन अब भाजपा विरोधी राजनीतिक दलों द्वारा इस एनकाउंटर पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
सबसे पहले अखिलेश यादव ने उठाया सवाल
समाजवादी पार्टी के नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पहले ऐसे नेता रहे जिन्होंने माफिया अतीक अहमद के बेटे असद के एनकाउंटर पर सबसे पहले सवाल उठाया। अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि झूठे एनकाउंटर करके भाजपा सरकार सच्चे मुद्दों से ध्यान भटकाना चाह रही है। भाजपाई न्यायालय में विश्वास ही नहीं करते हैं। आज के हालिया एनकाउंटरों की भी गहन जांच-पड़ताल हो व दोषियों को छोड़ा न जाए। सही-गलत के फ़ैसलों का अधिकार सत्ता का नहीं होता है। भाजपा भाईचारे के ख़िलाफ़ है।
असदुद्दीन ओवैसी ने एनकाउंटर को मजहब से जोड़ा
एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ रूल ऑफ लॉ को ध्वस्त करना चाहते हैं। वह मजहब देख कर एनकाउंटर कर आते हैं। जुनैद और नसीर की हत्या करने वाले क्यों नहीं मारे गए। ओवैसी ने यह भी कहा कि अगर किसी ने अपराध किया है तो पुलिस का काम है उसका पकड़ना और अदालत का काम है उसको सजा देना। लेकिन यूपी की सरकार अपना कानून चलाती है गरीबों के घर बुलडोजर और एनकाउंटर कराती है। असदुद्दीन ओवैसी इतने आगबबूला थे कि उन्होंने कहा कि कोर्ट कचहरी बंद कर दें। इतना ही नहीं इस एनकाउंटर पर बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती और कांग्रेसी नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय ने भी सवाल खड़े कर दिए है। सुबोध कांत सहाय ने कहा कि ऐसा लगता है कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ राइबल गैंग चला रहे हैं।
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