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न्यूज डेस्क, अमर उजाला, पटना
Published by: रोमा रागिनी
Updated Tue, 08 Feb 2022 03:21 PM IST
सार
बिहार में भिखारी भी डिजिटल हो गए हैं। यहां एक भिखारी फोन पे और गूगल पे पर भीख लेता है। ऐसे में छुट्टे नहीं है का बहाना इसके पास नहीं चलेगा।
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विस्तार
इस डिजिटल भिखारी का नाम राजू है। वह बेतिया रेलवे स्टेशन पर भीख मांगता है। राजू की पहचान दूर से ही हो जाती है। उसके गले में ‘QR CODE’ की तख्ती लटकी रहती है। हाथ में टैब है। भीख मांगने पर कोई कहता है कि छुट्टे नहीं है तो राजू कहता है कि फोन पे दो, गूगल पे कर दो। चर्चा है कि राजू बिहार का पहला डिजिटल भिखारी है। वहीं राजू अपने आप को देश का पहला हाईटेक भिखारी बताता है।
बिहार का ये अनोखा भिखारी बचपन से ही भीख मांगता है। इसी बीच कुछ दिनों से लोग छुट्टे नहीं है कहकर भीख देने से मना कर देते हैं। ऐसे में उसे पैसे मिलना बंद हो गए। तभी उसे डिजिटली भीख मांगने का आइडिया आया। उसके बाद उसने पैन कार्ड बनवाकर बैंक में खाता खुलवाया और डिजिटली भीख मांगना शुरू किया। अब उसकी अच्छी कमाई होने लगी है। राजू खुद को पीएम मोदी का भक्त बताता है। वह उनके डिजिटल इंडिया से बहुत प्रभावित है। वह लालू प्रसाद यादव का भी प्रशंसक है।
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