Home Bihar बिहार का गणेश कंबोडिया में डेढ़ लाख में बिक गया, सीतामढ़ी से सामने आई ह्यूमन ट्रैफिकिंग हैरान कर देने वाली कहानी

बिहार का गणेश कंबोडिया में डेढ़ लाख में बिक गया, सीतामढ़ी से सामने आई ह्यूमन ट्रैफिकिंग हैरान कर देने वाली कहानी

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बिहार का गणेश कंबोडिया में डेढ़ लाख में बिक गया, सीतामढ़ी से सामने आई ह्यूमन ट्रैफिकिंग हैरान कर देने वाली कहानी

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सीतामढ़ी : गणेश को क्या मालूम की वह ठगी का एक बड़ा शिकार बनने वाला है। विदेश में जाने का ख्वाब देख चुका था। वह ठग की बातों पर यकीन करता जा रहा था। उसे थोड़ा भी आभास नही हुआ कि वह ठग का शिकार बन रहा है। उसका भरोसा तब तार-तार हो गया, जब उसे मालूम हुआ कि ठग ने उससे डेढ़ लाख रूपया ही नहीं ठगा है, बल्कि विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर उसे कंबोडिया में लाकर बेच डाला है। वह जैसे-तैसे वहां से भारत और फिर घर पहुंचा है। उसने ठग के खिलाफ धोखाधड़ी की प्राथमिकी दर्ज कराई है। यह मामला बिहार के सीतामढ़ी जिले का है।

क्या है यह पूरा मामला

बताया गया है कि जिले के परिहार थाना के जगदर गांव का युवक गणेश कुमार बेरोजगार है। वह काम की तलाश में भटकता रहता था। वह काम की खोज में बराबर लगा रहता था। इसी बीच, उसकी मुलाकात इसी थाना क्षेत्र के महादेवपट्टी गांव जितेंद्र कुमार से हो गई। जितेंद्र ने गणेश को सब्जबाग दिखाकर अपने वश में कर लिया। उसे विदेश में डाटा इंट्री ऑपरेटर की नौकरी एवं वेतन के रूप में मोटी रकम दिलाने का आश्वासन दिया। गणेश उसके झांसे में आ गया। वह विदेश जाने के लिए तैयार हो गया।

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गणेश से ठग लिया डेढ़ लाख रूपया

विदेश भेजने के नाम पर जितेंद्र ने गणेश से डेढ़ लाख रूपया ठग लिया। अगस्त में चार युवकों के साथ उसे कंबोडिया भेज दिया गया। वहां चंदन नामक युवक ने उसे एक चाइनीज कंपनी में रखा। उक्त कंपनी सिर्फ और सिर्फ गलत काम करती थी। कंपनी का न कोई बोर्ड था और न ही निबंधन। इसका विरोध करने पर चंदन ने गणेश से कहा कि उसे बेच दिया गया है। यह सुनते ही उसके होश उड़ गए। अगले दिन गणेश को एक महिला के हवाले कर दिया गया। महिला दूसरी चाइनीज कंपनी में ले गई। वहां भी फर्जी काम होता था।

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तब वह भारतीय दूतावास पहुंचा

एक माह ही काम किया था कि छापामारी के बाद उक्त कंपनी बंद हो गई। महिला ने उसे व अन्य चार युवकों को एक कमरे में बंधक बनाकर रखा। फिर गणेश ने एक दूसरे एजेंट की मदद से भारतीय दूतावास पहुंचा। दूतावास से इमरजेंसी वीजा बनाकर उसे भारत भेजा गया। घर आने पर गणेश ने जितेंद्र से धोखाधड़ी की शिकायत की और राशि की मांग की। आनाकानी पर वह एसपी से मिला। फिर एसपी के आदेश पर जितेंद्र के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।

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