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‘अब और डिप्टी सीएम बनाने की बात फालतू’
नीतीश कुमार कहा है कि मंत्रिमंडल का विस्तार होगा, लेकिन अब और किसी को डिप्टी सीएम बनाने की बात फालतू है। इतना ही नहीं, नीतीश ने ये भी क्लीयर कर दिया है कि नये मंत्रियों में जेडीयू कोटे से कोई नहीं होगा। उपेंद्र कुशवाहा को डिप्टी सीएम बनाने की बात फालतू है। अब कोई नया डिप्टी सीएम नहीं बनेगा।
कुशवाहा ने कहा था- नीतीश को लेना है फैसला
उपेंद्र कुशवाहा ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत में कहा था कि वो डिप्टी सीएम बन सकते हैं, लेकिन इसका निर्णय सीएम नीतीश को लेना है। उनकी कोई व्यक्तिगत इच्छा नहीं है, मगर वे राजनीति में भजन करने के लिए नहीं आये हैं। उन्होंने कहा था कि वे ऐसी जगह पर रहना चाहते हैं, जिससे लोगों से जुड़ कर वो उनकी सेवा कर सकें। हालांकि इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा था कि नीतीश कुमार को डिप्टी सीएम बनाने के मसले पर फैसला लेना है। ये उनका विशेषाधिकार है।
बीजेपी के दबाव में पिछली बार बने थे 2 डिप्टी सीएम
नीतीश कुमार ने कहा है कि एक और डिप्टी सीएम बनाने की बात फालतू है। इसका तो सवाल ही नहीं उठता है। पिछली बार बीजेपी ने जबरन दो डिप्टी सीएम बनवा दिये थे। वो तो खुद सीएम बनना नहीं चाहते थे। बीजेपी के लोगों ने जबरन उन्हें सीएम बना दिया। इसके साथ ही दो डिप्टी सीएम बना दिये। अब तो इसका सवाल ही पैदा नहीं होता। नीतीश ने कहा कि सात दलों के गठबंधन की सरकार है। वो अकेले कोई निर्णय नहीं ले सकते। सभी की सलाह से ही कोई निर्णय होता है।
इस्तीफे से खाली हुए पदों पर आरजेडी से मंत्री बनेंगे
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ये भी बता दिया कि किस दल से मंत्री बनेंगे। जेडीयू का कोई नेता मंत्री नहीं बनने जा रहा है। आरजेडी के दो मंत्रियों के इस्तीफे से खाली हुए पद भरे जाएंगे। जाहिर है कि ये पद आरजेडी के कोटे में ही जाएंगे। कांग्रेस कोटे से भी मंत्री का एक पद रिक्त है। उन्हीं पार्टियों के कोटे से मंत्री बनाया जाएगा।
कैसे उड़ी उपेंद्र को डिप्टी सीएम बनाने की अफवाह?
आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह ने जब नीतीश की आलोचना में असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल किया तो उपेंद्र कुशवाहा ने सबसे पहले उन पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। उसके बाद वे नीतीश के गुणगान में ऐसे जुटे कि उनको डिप्टी सीएम बनाये जाने की संभावना जतायी जाने लगी। कुशवाहा भी इसे अफवाह बताने की जगह उसमें रस लेने लगे। इसी क्रम में उन्होंने कहा था कि राजनीति में वो भजन करने नहीं आये हैं। वो ऐसा पद चाहते हैं, जिसमें जनता से जुड़ कर समाज की सेवा कर सकें। नीतीश कुमार ने अब उनकी सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।
रिपोर्ट : ओमप्रकाश अश्क
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