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मनोज कुशवाहा पहले भी दो बार कुढ़नी से विधानसभा पहुंच चुके हैं। कुढ़नी सीट पर मनोज कुशवाहा के रिकॉर्ड को देखते हुए जेडीयू ने उनपर दांव लगाया है।मनोज कुशवाहा यहां से भाजपा के केदार गुप्ता को हरा चुके हैं। बाद में जब 2020 में जदयू-एनडीए गठबंधन ने मिलकर चुनाव लड़ा तो कुढ़नी सीट बीजेपी के खाते में चली गई थी। इसके बाद जदयू ने उन्हें मुजफ्फरपुर की मीनापुर विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया था। लेकिन जीत नहीं मिल सकी।
कुढ़नी में जातीय समीकरण
बिहार के मुजफ्फरपुर जिला कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र पूरी तरह से ग्रामीण इलाका के तौर पर देखा जाता है। कुल 3 लाख 10 हजार 987 मतदाता वाले इस इलाके की जातीय समीकरण की बात करें तो पहले नंबर पर लगभग 40 हजार मतदाताओं के साथ कुशवाहा जाति खड़ी हैं। दूसरे नंबर पर वैश्य समाज के लोग आते हैं, जिनके मतदाता की संख्या करीब 33 हजार के आसपास है। इसके अलावा 25 हज़ार मतदाताओं के साथ सहनी समाज तीसरे नंबर पर खड़ी है। चौथे नम्बर पर करीब 23 हज़ार मतदाताओं के साथ यादव समाज के लोग आते हैं।
इसके अलावा कोइरी और कुर्मी जाति के लोग भी अच्छी खासी संख्या में मौजूद है। वहीं अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति मतदाताओं की संख्या लगभग 19 प्रतिशत है और यहां मुस्लिम मतदाताओं की संख्या भी लगभग 22 हज़ार के आसपास है। जानकारी के अनुसार, इस विधानसभा क्षेत्र में अगड़ी जाति के करीब 45 हज़ार मतदाता भी मौजूद है। इसके अलावा बाकी बचे वोटर अन्य जातियों से आते हैं
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