Home Bihar बिहार: अरवा-उसना के खेल में हो गया ‘खेला’, सीतामढ़ी में 1225 क्विंटल चावल की हेराफेरी!

बिहार: अरवा-उसना के खेल में हो गया ‘खेला’, सीतामढ़ी में 1225 क्विंटल चावल की हेराफेरी!

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बिहार: अरवा-उसना के खेल में हो गया ‘खेला’, सीतामढ़ी में 1225 क्विंटल चावल की हेराफेरी!

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सीतामढ़ी में एसएफसी के अधिकारी/कर्मी, मिलर ने मिलकर 1225 क्विंटल चावल की हेराफेरी करने की कोशिश की, लेकिन उनकी चालाकी पकड़ ली गई है। दरअसल, उसना के बदले अरवा चावल की आपूर्ति कर दी। इससे विभाग को 4.90 लाख की क्षति हुई है। इस मामले में एसएफसी के सहायक प्रबंधक, कंप्यूटर ऑपरेटर और एक राइस मिलर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

सीतामढ़ी:सीएमआर संग्रहण केन्द्र, बाजार समिति के सहायक प्रबंधक धनंजय कुमार व एसएफसी के डाटा एंट्री ऑपरेटर विवेक कुमार की काली करतूत उजागर हो ही गई। यह दोनों न जाने कितने दिनों से विभाग के आंख में धूल झोंककर अवैध कमाई कर रहे थे। दोनों अब बेनकाब हो गये हैं। दरअसल, प्रखंडों में स्थापित एसएफसी के गोदाम में उसना चावल के बदले अरवा चावल की आपूर्ति में ये दोनों फंसे हैं। इनके साथ मे. गणेश इंटरप्राइजेज के नागेंद्र भगत भी फंसे हैं। तीनों के खिलाफ एसएफसी के जिला प्रबंधक द्वारा मेहसौल ओपी में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

क्या है पूरा मामला

बताया गया है कि किसी ने सदर और पुपरी एसडीओ के वॉट्सएप पर संदेश भेजा था कि एसएफसी के जिला प्रबंधक, परिवहन अभिकर्ता संजय कुमार सिंह, आईटी मैनेजर और एजीएम द्वारा मिलीभगत कर खाद्यान्न की कालाबाजारी की जा रही है। संदेश में कहा गया था कि सीएमआर गोदाम, बाजार समिति, सीतामढ़ी से नानपुर और रुन्नीसैदपुर एसएफसी गोदाम में उसना चावल के बदले अरवा चावल भी भेजकर गड़बड़ी की कोशिश की जा रही है। साथ ही जानकारी दी गई थी कि ये सभी यह सब खेला तीन माह से खेल रहे हैं। दोनों एसडीओ ने उक्त सूचना को गंभीरता से लिया।

जांच में संदेश सच निकला

पुपरी एसडीओ ने नानपुर एमओ को तुरंत स्थानीय एसएफसी गोदाम पर भेजा और जांच कर रिपोर्ट देने की बात कही। एमओ ने गोदाम पर पाया कि तीन ट्रक खड़ा है और तीनों पर अरवा चावल लदा हुआ है, जबकि तीनों ट्रक के चालान पर सामग्री के रूप में साधारण उसना चावल का जिक्र था। इधर, सूचना के आलोक में सदर एसडीओ ने रून्नीसैदपुर के बीडीओ और एमओ से जांच कर रिपोर्ट मांगी। यहां भी दो ट्रकों पर अरवा चावल ही पाया गया। हालांकि चालान पर उसना चावल का उल्लेख था। इन दोनों ट्रकों पर पांच -पांच सौ बोरा चावल लदा था। खास बात यह कि इन दोनों ट्रकों के चालक रजनीश कुमार और मुकेश कुमार ने जांच अधिकारियों की पूछताछ में स्वीकार किया कि सीएमआर गोदाम, बाजार समिति से अरवा चावल ही लेकर चले थे। डाटा एंट्री ऑपरेटर ने भी अरवा चावल होने की बात कही।

विभाग को 4.90 लाख की आर्थिक क्षति

दोनों एसडीओ की रिपोर्ट की समीक्षा कर एसएफसी के जिला प्रबंधक ने पाया कि बाजार में अरवा चावल का दर 2200 रुपये प्रति क्विंटल, जबकि उसना का दर 2600 रुपये प्रति क्विंटल है। यानी दोनों चावल के दर में अंतर की राशि 400 रुपये प्रति क्विंटल है। सहायक प्रबंधक द्वारा पांच ट्रकों से 1225 क्विंटल चावल की आपूर्ति की गई थी, जिसका अंतर राशि 4.90 लाख होता है। इतनी राशि की विभाग को क्षति पहुंची है। इसको लेकर सहायक प्रबंधक समेत तीन के खिलाफ मेहसौल ओपी में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। बताया गया है कि आरोपित नागेंद्र कुमार भगत सोनबरसा प्रखंड के लोहखर का निवासी है, तो एक अन्य आरोपित विवेक कुमार मुजफ्फरपुर शहर के बालूघाट का निवासी है।

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