Home Bihar बिहार: 'अभ्यर्थियों के मन की बात कब करेंगे सरकार?', रोजगार के मुद्दे पर JDU के सवाल

बिहार: 'अभ्यर्थियों के मन की बात कब करेंगे सरकार?', रोजगार के मुद्दे पर JDU के सवाल

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बिहार: 'अभ्यर्थियों के मन की बात कब करेंगे सरकार?', रोजगार के मुद्दे पर JDU के सवाल

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नीलकमल, पटना:जेडीयू के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व विधायक राहुल शर्मा का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केवल अपने मन की बात करते हैं। जबकि अब लोग उनसे यह जानना चाहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन लाखों अभ्यर्थियों की मन की बात कब सुनेंगे जिन्होंने भर्ती का मौका भी खो दिया। उन माताओं की बात कब पहुंचेगी, जिनकी कोख सुनी हो गई क्योंकि उन्होंने आत्महत्या कर ली। जदयू के पूर्व विधायक और प्रदेश प्रवक्ता राहुल शर्मा ने कहा कि जो जवान सेवा के दौरान शहीद हो जाएंगे, उनको सरकार आर्थिक लाभ देने की बात करती है। लेकिन उनके माता-पिता, बहनों और परिवार का क्या होगा? अग्निवीर योजना लागू होने के बाद उन लोगों को अनुकम्पा का लाभ भी नहीं मिलेगा। इसे लेकर भी वहां काफी क्षोभ है। आजादी के बाद 75 वर्षों तक सेना में ठेके पर ‘अग्निपथ’ व्यवस्था लागू नहीं थी। सेना में भर्ती होने के बाद 75 प्रतिशत सैनिकों की छंटनी नहीं होती थी। लेकिन संघ की कट्टर जातिवादी सरकार अब जाति/धर्म देखकर 75 प्रतिशत सैनिकों की छंटनी करेगी।

4 साल के बाद अग्निवीर क्या करेंगे सरकार ने स्पष्ट नहीं किया

जेडीयू के पूर्व विधायक और प्रदेश प्रवक्ता राहुल शर्मा ने यह भी कहा कि अग्निपथ योजना के तहत 75 प्रतिशत युवाओं का अनुबंध चार साल बाद पूरा हो जाएगा। केंद्र सरकार चार साल के बाद युवाओं को बेरोजगार छोड़ देगी। चार साल के बाद युवाओं को पेंशन और दूसरे लाभ नहीं मिलेंगे। यह बाकी सरकारी नौकरियों की तुलना में बेहद कम ही नहीं असम्मानजनक है। उन्होंने सरकार से सवाल पूछा कि क्या सरकार बीते तीन साल के दौरान आयु सीमा पार कर चुके युवाओं को कुछ छूट देकर सेना में भर्ती होने का मौका क्यों नहीं दे रही है?

बिहार में रिक्त केंद्रीय पदों को भी नहीं भर रही सरकार: जेडीयू

जेडीयू प्रवक्ता राहुल शर्मा ने कहा कि बिहार में बहुत वैकेंसी है। केंद्र सरकार बताए यहां पर बहाली क्यों नहीं की जा रही है। साथ ही उनके भ्रामक एवं अनर्गल बयानबाजी की चर्चा करते हुए कहा कि अगर बीजेपी को ‘बड़का झुट्ठा पार्टी’ कहा जाए तो संभवतः गलत नहीं होगा। उन्होंने कहा कि हमारे नेता नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य में जिस प्रकार रोजगार दिया जा रहा है, वैसा केंद्र सरकार क्यों नहीं दे रही है? यही कारण है कि हमारे नेता नीतीश कुमार के नेतृत्व में 2024 में वैकेंसी क्रिएट की जाएगी, इसलिए भाजपा को बेचैनी हो रही है। राहुल शर्मा नें कहा कि केंद्र सरकार के ग्रुप-डी और क्लास-4 के कर्मचारियों की सैलरी भी 31 हजार है। जबकि इन कॉन्ट्रैक्चुअल सैनिकों का वेतन 30 हजार रखा गया है। मोदी सरकार क्लास-4 के कर्मचारियों से भी कम वेतन देकर ये कैसे सैनिकों की भर्ती कर रही है।

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