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बिना सूचना ड्यूटी से नदारद
उक्त बर्खास्त महिला अफसर का नाम है इंदु कुमारी। वह डीआरडीए, सीतामढ़ी में महिला प्रसार अधिकारी के रूप में कार्यरत थी। जिला प्रशासन का आरोप है कि यह अफसर बिना सूचना के ड्यूटी से नदारद रहती थी। काम नहीं करती थी। तब भी वेतन के लिए दवाब डालती थी। वह वेतन के लिए डीएम एवं डीडीसी को बराबर पत्र भेजकर बिना काम के ही वेतन की मांग करती रहती थी। इतना ही नही, वह वरीय अधिकारी के आदेश को नहीं मानती थी। जब अधिकारी उनसे ड्यूटी करने को कहते, तो उनसे अमर्यादित भाषा में बात करती थी।
डीआरडीए की रिपोर्ट पर कार्रवाई
बताया गया है कि डीआरडीए, सीतामढ़ी ने जून – 10 में उक्त महिला अफसर के खिलाफ ग्रामीण विकास विभाग को रिपोर्ट की थी। विभाग ने रिपोर्ट की प्रति डीएम को भेज महिला अफसर से आरोप पर जवाब लेकर अपने मंतव्य के साथ प्रतिवेदन उपलब्ध कराने को कहा था। मार्च- 11 में महिला अफसर के जवाब से असंतुष्ट होकर डीएम ने प्रतिवेदन भेज सरकार से कार्रवाई की अनुशंसा कर दी। इंदु कुमारी के खिलाफ विभागीय कार्यवाही के लिए आयुक्त, मुजफ्फरपुर को अधिकृत किया गया, लेकिन आयुक्त ने कार्रवाई नही की। तब विभाग अपने स्तर से कार्रवाई शुरू की।
लगातार तीन वर्षों तक अनुपस्थित
विभाग ने पाया कि महिला प्रसार पदाधिकारी इंदु कुमारी लगातार तीन वर्षों से अधिक तक अनुपस्थित रही है। उनके इस आचरण को गंभीर माना गया था। विभाग ने आरोपों को लेकर उनसे जवाब भी मांगा था। फिर आरोप – पत्र एवं उनके जवाब की समीक्षा के बाद ग्रामीण विकास विभाग ने सचिव ने आरोपों को सच पाया था। उन्होंने माना था कि उक्त गंभीर आरोपों को लेकर इंदु कुमारी का सरकारी सेवा में रखा जाना उचित नहीं है। फिर इस महिला अफसर को बिना कोई राहत दिए सरकार ने बर्खास्त ही कर दिया है।
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