[ad_1]
पटना. बिहार में बालू के खेल में अफसरों का नपना लगातार जारी है. बालू के अवैध खनन में शामिल बालू माफियाओं से सांठगांठ कर कई अफसर करोड़पति बन गए थे. लेकिन सरकार की एजेंसियों ने ऐसे भ्रष्ट अफसरों पर गिन-गिन कर कार्रवाई की. इसी कड़ी में आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने बिहटा के पूर्व सीओ विजय कुमार सिंह के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की. राजधानी पटना से लेकर भोजपुर स्थित पैतृक आवास तक डीएसपी स्तर के अधिकारियों के नेतृत्व में यह छापेमारी की गई.
बता दें कि पहली नजर में विजय कुमार सिंह के खिलाफ आय से अधिक 81% संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगा था. इस मामले को लेकर आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने अपने थाने में ही उनके खिलाफ केस रजिस्टर्ड किया था. न्यायालय से सर्च वारंट मिलने के बाद आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने छापेमारी की. छापेमारी में सीओ के यहां आय से अधिक 1 करोड़ 5 लाख 20 हजार की संपत्ति का पता लगा.
आर्थिक अपराध इकाई को मिले साक्ष्य के अनुसार, भ्रष्ट सीओ ने अपनी नाजायज कमाई से कई जगहों पर जमीन की खरीद की है. सीओ ने बिहटा में खुद के नाम से 6.25 डिसमिल जमीन खरीद की है, जिसका क्रय मूल्य 8.45 लाख रुपये है. पत्नी के नाम से दानापुर के चित्रगुप्त नगर में 4.65 डिसमिल जमीन खरीदी है, जिसका खरीद मूल्य 75000 है. इसी तरह सीओ ने दानापुर के शाहपुर में 438 वर्ग फीट का भूखंड खरीदा, जिसका क्रय मूल्य 28000 है. गोला रोड में खरीदे गए एक कट्ठा के आवासीय मकान का लागत मूल्य क्रय मूल्य 18 लाख है. इन सभी भूखंडों और मकान के निबंधन शुल्क के तौर पर तकरीबन 1 लाख रुपए खर्च किया गया है. इसके अलावा बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक, केनरा बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया समेत विभिन्न बैंकों में भारी राशि निवेश की गई है. इसके अलावा सीओ ने विभिन्न वित्तीय संस्थानों में करीब 22 लाख का निवेश किया है. भोजपुर और पटना से आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने कई दस्तावेज जब्त किए हैं और आकलन में जुट गई है. आर्थिक अपराध इकाई के सूत्रों की मानें, तो आय से अधिक संपत्ति का यह मामला और भी बढ़ सकता है.
आपके शहर से (पटना)
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
टैग: बिहार के समाचार, रेत माफिया, रेत खनन
[ad_2]
Source link