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बांका38 मिनट पहले
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बांका में मृतक हवलदार को दी गई श्रद्धांजलि।
बांका में बुधवार को सड़क दुर्घटना में एक हवलदार चमरू मांझी की मौके पर ही दुःखद मृत्यु हो गई। जिनके शव को आज सुबह पोस्टमार्टम कर पुलिस लाइन बांका लाया गया। पुलिस अधिकारियों के द्वारा मृतक हवलदार के परिजन को ₹15000 दाह संस्कार हेतु दिया गया। ज्ञात हो कि चमरू मांझी सेवानिवृत के कगार पर थे और उनकी नौकरी मात्र 8 माह बची थी। कल संध्या बांका से जगतपुर जाने के क्रम में जगतपुर में उनका सड़क दुर्घटना में निधन हो गया। जिसके बाद उनके शव को सुबह-सुबह पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम करने के बाद शव को पूरे सम्मान के साथ समुखिया मोड़ स्थित पुलिस लाइन लाया गया। जहां पर पुलिस अधीक्षक बांका ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया।
आपको बता दें कि चमरू मांझी ने दो शादियां की थी।जिनकी पहली पत्नी का नाम उत्तमा देवी और दूसरी पत्नी का नाम सुलोचना देवी है। उत्तमा देवी ग्रहणी है जबकि सुलोचना देवी एएसआई के पद पर शेखपुरा में कार्यरत है।पहली पत्नी उमा देवी के एक पुत्र और दो पुत्री है जिसमें की लड़कियों की शादी हो गई है। जबकि पुत्र राकेश कुमार सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं। उनकी उम्र 28 वर्ष है तथा दूसरी पत्नी का पुत्र तनोज कुमार जिनकी उम्र 22 साल है। उनकी 2 बहने पिंकी कुमार और काजल कुमार है उनकी भी शादी हो गई है।
दूसरी पत्नी सुलोचना देवी ने बांका पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाया कि उनके बच्चों की परवरिश हेतु बांका पुलिस अधीक्षक ध्यान दें। इस पर बांका पुलिस अधीक्षक ने कहा कि सर्विस बुक में पहली पत्नी का नाम है इस मामले में कानूनी रूप से हम कुछ नहीं कर सकते। पहली पत्नी उत्तमा देवी और उनके बच्चों को बांका पुलिस अधीक्षक के द्वारा कहा गया कि जो भी सरकारी प्रक्रिया होगी।जो भी कानून के दायरे में होगा वह आपके लिए किया जाएगा। सबसे बड़े भाई कमल यादव खेती करते थे जिनका निधन हो चुका।दूसरे नम्बर पर चमरू मांझी थे।सबसे छोटे भाई राजेन्द्र यादव भी बिहार पुलिस में कार्यरत हैं जो कि बाँका ओढ़नी डैम मे अपनी सेवा दे रहे। बांका जिला प्रशासन के कई अधिकारियों ने मृतक हवलदार चमरू मांझी के प्रति शोक संवेदना व्यक्त किए।
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