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रिपोर्ट: अभिषेक कुमार
बांका. बिहार के बांका जिले के दो लाख 53 हजार किसानों को झटका लगा है. यह किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर पैक्स और व्यापार मंडल में धान नहीं बेच सकेंगे. पहले चरण में वैसे किसानों को प्राथमिकता दी जाएगी जिन्होंने सुखाड़ राहत राशि का लाभ नहीं लिया है. बता दें कि जिन लोगों ने सुखाड़ राशि का लाभ लिया है, वैसे किसान बाद में धान बेच सकेंगे. अगर इस बीच लक्ष्य पूरा हो जाता है तो वे धन बेचने से वंचित रह जाएंगे.
दरअसल इस बार मौसम की मार झेल रहे बांका में महज 40 फीसदी धान की रोपनी हुई थी. उत्पादन के अनुरूप इस बार बांका को धान खरीद का लक्ष्य 29 हजार 939 मैट्रिक टन दिया गया है. सहकारिता विभाग ने धान खरीद के लिए 143 पैक्स और दो व्यापार मंडल का चयन किया है, लेकिन इस बार धान खरीद में वैसे किसानों को प्राथमिकता दी जाएगी जिन्होंने सुखाड़ राहत का लाभ नहीं लिया है. यहां पर अब तक दो लाख 53 हजार किसानों को इसका लाभ दिया जा चुका है.
आपके शहर से (बांका)
इस बार एफपीओ से भी होगी खरीददारी
बांका की जिला सहकारिता पदाधिकारी संगीता कुमारी ने बताया कि वैसे पंचायत जहां पर पैक्स क्रियाशील नहीं है, वहां एफपीओ यानी किसान उत्पादक संगठन के माध्यम से धान की खरीद होनी है. हालांकि इस बार अब तक एक भी एफसीओ को चिन्हित नहीं किया गया है. इस कारण पहले की तरह इस बार भी वैसे पंचायत जहां पर पैक्स क्रियाशील नहीं है उसे पास के दूसरे पंचायत के पैक्स में तेज कर दिया गया है. धान बेचने में किसानों को किसी तरह की समस्या ना हो इसके लिए वह खुद मॉनिटरिंग करती हैं.
ज्ञात हो कि जिले में पंजीकृत किसानों की संख्या 3 लाख 40 हजार के करीब है. इसमें से दो लाख 53 हजार किसानों को आपदा राहत के तौर पर 3500-3500 रुपए दिए गए हैं. फिलहाल प्रशासन ने सूखा प्रभावित इन किसानों को धान खरीद की कतार में पीछे धकेल दिया है.
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टैग: बैंक समाचार, बिहार सरकार, किसानों, धान की फसल
प्रथम प्रकाशित : 30 नवंबर, 2022, शाम 5:08 बजे IST
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