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पटना. सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार द्वारा लाई गई अग्निपथ योजना को लेकर पिछले तीन दिनों तक हुए बिहार मे आगजनी और हिंसक प्रदर्शन के लगातार जारी है. इस उग्र प्रदर्शन के दौरान सैकड़ों करोड़ की संपत्ति खाक कर दी गई है. अब इससे जुड़ी बड़ी खबर यह है कि अग्निपथ विरोध प्रदर्शन पूरी तरह सुनियोजित है. इस प्रदर्शन में शामिल अत्यधिक लोगों की पहचान की गई है. मिली जानकारी के अनुसार इनमें से अधिकांश वही लोग हैं जो RRB-NTPC प्रोटेस्ट में शामिल थे. मोबाइल टावर डम्प से इस बात की पुष्टि हुई है. बताया जा रहा है कि 700 से अधिक वैसे नंबर पाये गये है जो RRB प्रोटेस्ट के दौरान पटना, समस्तीपुर, गया और जहानाबाद समेत दूसरे जिलों में सक्रिय थे.
वीडियो फुटेज और कई इलाकों के डम्प कराए गए मोबाइल टावर डेटा से यह स्पष्ट हुआ है. इसके जरिए करीब 700 उपद्रवियों की पहचान की गई है. पुलिस मुख्यालय की ओर से समस्तीपुर, दानापुर, आरा, बक्सर, लखीसराय सहित कई जगहों पर नजर रखी जा रही है. अब इन नंबरों को सत्यापित कर संबंधित व्यक्ति तक पहुंचने की तैयारी में पुलिस टीम जुट गई है.
सूत्र बताते हैं कि जिस तरह से यह बात सामने आई है उससे यह लगता है कि एक ऐसा गैंग एक्टिव है जो उपद्रव के लिए मौके के इंतजार में रहता है. इस बिंदु पर पुलिस अधिकारियों के हुए हाई लेवल मीटिंग पर चर्चा भी हुई है. अब इस प्वाइंट पर जांच आगे बढे़गी. सवाल यह कि ये लोग हैं कौन हैं और क्यों ऐसा कर रहे हैं? इन्हें किसका संरक्षण प्राप्त है? किसके इशारे पर ट्रेनों के कोच में आग लगा रहे हैं?
आईबी सूत्रों के हवाले से यह जानकारी भी सामने आई है कि पिछले कुछ दिनों में सैकड़ों व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं. जिनके जरिये अग्निपथ भर्ती योजना के बारे में अफवाह, झूठे तथ्य व बहुत सारी गलत सूचनाएं फैलाई गई. राज्य पुलिस के साथ आईबी मिलकर काम कर रही है ताकि कानून-व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण में रहे. असामाजिक तत्वों की पहचान करने के लिए स्थानीय पुलिस के साथ कोर्डिनेट कर रही है.
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प्रथम प्रकाशित : जून 18, 2022, दोपहर 2:01 बजे IST
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