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बजट सत्र: बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित

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बजट सत्र: बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित

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सार

बिहार विधानसभा में निर्वाचित सदस्यों के संवैधानिक अधिकारों और जिम्मेदारियों, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों के मामलों जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की।

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बिहार विधानसभा में बजट सत्र समाप्त होने के बाद दोनों सदनों को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया। बजट सत्र करीब एक महीने तक चला था। विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने बजट सत्र के अंतिम दिन के मध्याह्न भोजन के बाद के सत्र में गैर-सरकारी सदस्यों के प्रस्ताव को लेने के बाद विधानसभा अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया, जिसके दौरान 25 फरवरी से 22 बैठकें हुई थीं।

विधानसभा ने अगले वित्त वर्ष के लिए राज्य सरकार के 2,37,691.19 करोड़ रुपये के बजट को पारित किया और शराबबंदी और उत्पाद शुल्क संशोधन विधेयक-2022′ सहित 11 विधेयकों को पारित किया, जिससे पहली बार शराबबंदी को कम सख्त बनाया गया। बिहार विधानसभा में निर्वाचित सदस्यों के संवैधानिक अधिकारों और जिम्मेदारियों, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों के मामलों जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की।

राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति पर सरकार पक्ष और विपक्षी बेंचों के बीच विवाद हुआ। सत्र के दौरान दोनों सदनों में कैग की रिपोर्ट भी पेश की गई। सत्र में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सदन के अध्यक्ष के बीच लखीसराय की घटना को लेकर तीखी नोकझोंक भी हुई, जिसमें कुछ पुलिसकर्मी शामिल थे, जो बाद के प्रति अपमानजनक थे। लखीसराय विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा का विधानसभा क्षेत्र है।

विस्तार

बिहार विधानसभा में बजट सत्र समाप्त होने के बाद दोनों सदनों को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया। बजट सत्र करीब एक महीने तक चला था। विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने बजट सत्र के अंतिम दिन के मध्याह्न भोजन के बाद के सत्र में गैर-सरकारी सदस्यों के प्रस्ताव को लेने के बाद विधानसभा अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया, जिसके दौरान 25 फरवरी से 22 बैठकें हुई थीं।

विधानसभा ने अगले वित्त वर्ष के लिए राज्य सरकार के 2,37,691.19 करोड़ रुपये के बजट को पारित किया और शराबबंदी और उत्पाद शुल्क संशोधन विधेयक-2022′ सहित 11 विधेयकों को पारित किया, जिससे पहली बार शराबबंदी को कम सख्त बनाया गया। बिहार विधानसभा में निर्वाचित सदस्यों के संवैधानिक अधिकारों और जिम्मेदारियों, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों के मामलों जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की।

राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति पर सरकार पक्ष और विपक्षी बेंचों के बीच विवाद हुआ। सत्र के दौरान दोनों सदनों में कैग की रिपोर्ट भी पेश की गई। सत्र में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सदन के अध्यक्ष के बीच लखीसराय की घटना को लेकर तीखी नोकझोंक भी हुई, जिसमें कुछ पुलिसकर्मी शामिल थे, जो बाद के प्रति अपमानजनक थे। लखीसराय विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा का विधानसभा क्षेत्र है।

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