Home Bihar फिर भाग गया अरबपति शराब तस्कर कमल सिंह, दिल्ली और बिहार की पुलिस आमने-सामने, जानिए पूरा मामला

फिर भाग गया अरबपति शराब तस्कर कमल सिंह, दिल्ली और बिहार की पुलिस आमने-सामने, जानिए पूरा मामला

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फिर भाग गया अरबपति शराब तस्कर कमल सिंह, दिल्ली और बिहार की पुलिस आमने-सामने, जानिए पूरा मामला

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पटना : बिहार में शराब की तस्करी करनेवालों को दूसरे राज्यों से पुलिस ढूंढ-ढूंढकर सलाखों के पीछे पहुंचाने में जुटी है। हरियाणा से लेकर दिल्ली और झारखंड से लेकर यूपी तक के शराब सप्लायरों को खोज कर बिहार लाती है, फिर उन्हें शराबबंदी का मजा चखाती है। मगर सबसे बड़ी चुनौती शराब तस्कर कमल सिंह बना हुआ है। हरियाणा के रहनेवाले कमल सिंह (Liquor Smuggler Kamal Singh) की रोजी-रोटी ही बिहार में शराब की तस्करी से ही चलती है। बिहार में शराब खपाकर ये शख्स अरबपति बन गया। सबसे चौंकानेवाली बात ये है कि वो दो-दो बार पुलिस की गिरफ्त से भाग चुका है।

बड़ा शराब माफिया कमल सिंह एक बार फिर पुलिस कस्टडी से भाग गया। 10 जून को ही दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इसे गिरफ्तार किया था। कोर्ट में पेशी के बाद कमल सिंह को 11 जून को बिहार पुलिस के हवाले कर दिया गया। दिल्ली के चाणक्यपुरी स्थित अपराध शाखा के थाने के बाहर कार में बैठाते समय कमल एक बार फिर बिहार पुलिस को चकमा देकर भाग गया। पुलिसवाले उसका पीछा करने के लिए दौड़े मगर वो भाग निकला।

कमल सिंह नाम का ये शख्स हरियाणा के रोहतक जिले के करोंठा के शिवाजी कॉलोनी का रहनेवाला है। इस अरबपति माफिया पर बिहार में कई केस दर्ज हैं। पुलिस लगातार इसकी तलाश में जुटी रहती है। इसे दो बार पकड़ा गया और वो दोनों बार पुलिस की गिरफ्त से भागने में सफल रहा। कमल सिंह को भागने को लेकर बिहार और दिल्ली की पुलिस आमने-सामने है। दोनों एक-दूसरे को जिम्‍मेदार ठहरा रहे हैं। 11 जून से पहले 9 अप्रैल 2022 को पटना में पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था।

अप्रैल में कमल सिंह को पटना एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था। मेडिकल के दौरान पुलिस को चकमा देकर भाग गया। इसके बाद से ही वो दिल्ली-एनसीआर में छिपा हुआ था। दिल्ली क्राइम ब्रांच की इंटरस्टेट सेल ने कमल को गिरफ्तार किया। बिहार पुलिस को सूचना दी। बिहार पुलिस की टीम ने उसे लेने दिल्ली आई। औपचारिकताएं पूरी करने के बाद बिहार पुलिस के हवाले कर दिया गया। लेकिन इस बार भी वो हाथों से निकल गया।

दरअसल, बिहार पुलिस की कार चाणक्यपुरी क्राइम ब्रांच ऑफिस की पार्किंग में खड़ी थी। होमगार्ड का जवान हृदय नारायण यादव ने कमल सिंह का हाथ पकड़ा हुआ था। दूसरा जवान संजय और हृदय आरोपी कमल को गाड़ी में बैठा ही रहे थे कि अचानक उसने दोनों से धक्का-मुक्की और हाथापाई शुरू कर दी। इसके बाद वो तीन मूर्ति आवासीय परिसर की ओर भाग गया। दोनों जवानों ने पीछा किया लेकिन पकड़ नहीं पाए।

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