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बहुचर्चित अनूप हत्याकांड की सुलझी गुत्थी, 5 गिरफ्तार
औरंगाबाद में 27 जनवरी की शाम में अनूप शर्मा की हुई हत्या के मामले में पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसी के साथ अनूप हत्याकांड की गुत्थी सुलझने का दावा पुलिस ने किया। अनूप शर्मा की पिटाई के बाद गला दबाकर कर हत्या की गई थी। यही नहीं आरोपियों ने लोहे की गर्म रॉड मृतक के हाथ-पैर सहित कई अंगों को दागा भी था। वारदात के बाद आरोपियों ने शव को नदी के किनारे झाड़ी में फेंक दिया। वारदात के 5 दिन बाद 01 को ग्रामीणों ने झाड़ी में शव को देखा था। फिर शव की पहचान के बाद पुलिस ने अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया।
पुलिस के लिए अनूप हत्याकांड किसी चुनौती से कम नहीं था। इसको लेकर रफीगंज पुलिस ने स्पेशल टीम बनाई और जांच शुरू की। आखिरकार मामले में 5 आरोपी को गिरफ्तार किया गया। औरंगाबाद अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी गौतम शरण ओमी के निर्देशन में गठित रफीगंज पुलिस की टीम ने कजपा टोला भुइयां विगहा के अशोक भुइंया, सुरेश भुइंया, प्रमोद भुइंया, शंकर भुइंया और सेमरा गांव के कुल्लू शर्मा को गिरफ्तार किया है। थानाध्यक्ष ने बताया कि गिरफ्तार लोगों ने अनूप की हत्या को स्वीकार भी किया है।
शराबबंदी में यहां दिन के उजाले में चल रहा पीने-पिलाने का दौर
Body औरंगाबाद के बारूण थाना के पीछे सोन दियारा में रेत पर सरेआम दारू की बिक्री और पीने पिलाने का वीडियो वायरल हुआ था। अब ठीक वैसे ही सोन दियारा के नीम टोला मुहल्ला के एक घर में और सोन के रेत पर दारू की बिक्री का दो नया वीडियो वायरल हो गया। हालांकि, वायरल वीडियाे कब और कहां का है, हम इसकी पुष्टि नहीं करते। वायरल वीडियो के मायने साफ हैं कि सख्त शराबबंदी के बावजूद न पियक्कड़ पीना छोड़ने को तैयार है और न ही धंधेबाज दारू का धंधे से तौबा करने को तैयार है। अब देखना है कि पुलिस ने इस वायरल वीडियो के बाद आरोपियों पर कब कार्रवाई करती है।
30 दिन बाद खुला प्रख्यात देव सूर्यमंदिर का पट, बिना मास्क के एंट्री पर रोक
औरंगाबाद के प्रसिद्ध देव सूर्य मंदिर का पट और मुख्य द्वार सोमवार को सरकारी आदेश के बाद खोल दिया गया। कोरोना काल में बिहार सरकार ने धार्मिक स्थलों को बंद करने का आदेश जारी किया था। अब पाबंदियां हटने के बाद सूर्य मंदिर न्यास समिति रविवार को मंदिर का साफ-सफाई करा कर पूजा-अर्चना प्रारंभ की गई। अब आम लोगों के लिए मंदिर खुल गया है। लेकिन मास्क के साथ ही एंट्री दी जा रही है।
चर्चित साहित्यकार और कवि मिथिलेश मधुकर का निधन, साहित्य जगत में शोक की लहर
औरंगाबाद के चर्चित कवि साहित्यकार और जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन के महामंत्री मिथिलेश मधुकर का सोमवार को सुबह न्यू एरिया स्थित आवास पर निधन हो गया। वे कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे। उनके निधन से मगध क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। उनके निधन पर साहित्यकारों ने दुख जताया है। मिथिलेश मधुकर ने गीता दर्शन को आधार बनाकर ‘स्वयमेव’ नामक कविता पुस्तक लिखी।
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