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पूर्णिया31 मिनट पहले
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सड़क के दोनों लोगों ने लगा रखी है दुकानें।
पूर्णिया शहर के खुश्कीबाग स्थित रेलवे ओवरब्रिज के नीचे खाली जमीन है, जो एनएचआई की है। इस जगह पर गाड़ियों की पार्किंग बननी है। लेकिन, स्थानीय दबंगों ने इस पर कब्जा जमा लिया है। बड़ी संख्या में यहां दुकानें खुल गई है। दुकानों के आवंटन के नाम पर अवैध वसूली की जाती है। इससे यहां जाम की भी समस्या बनी रहती है।
रेलवे ओवरब्रिज के नीचे करीब दो सौ मीटर तक खाली जमीन है। इस खाली जमीन पर सौ से अधिक दुकानें सजी हुई है। दबंग लोग इस जमीन को बांस के टट्टी से घेर लेते हैं फिर स्क्वायर फिट के हिसाब से दुकान को किराए पर दिया जाता है। बाहर से आने वाले फल व सब्जी के थोक विक्रेताओं से महिने का 5 हजार से 10 हजार तक किराए के नाम पर अवैध वसूली किया जाता है।

सड़क पर जाम की स्थिति भी बन जाती है।
राजस्व में लगाया जाता है चूना
खुश्कीबाग पूरे जिले का सबसे बड़ा फल और सब्जी का थोक मंडी है। यहां से जिले के अलावा कटिहार, किशनगंज, अररिया, फारबिसगंज, मधेपुरा, सहरसा तक फल व सब्जी की सप्लाई होती है। ओवरब्रिज के नीचे दोनों तरफ फल और सब्जी की दुकानें सजी हुई है। कारोबार इस कदर होता है कि जगह की कमी पड़ जाती है। दुकान से 5 हजार रुपये हर महीने किराए के नाम पर अवैध वसूली होती है। सौ दुकानों से हर महीने 5 लाख और साल का 60 लाख आता है। लेकिन, सरकार को कुछ नहीं मिलता है। सीधा राजस्व का नुकसान हो रहा है।

सरकारी अधिकारी नहीं दे रहे हैं ध्यान।
अवैध कब्जा से दिन भर लगता है जाम
अवैध वसूली का धंधा जिला प्रशासन और अधिकारियों की आंखों के सामने होता है। लेकिन, वे चुप्पी साधे हुए हैं। पूर्णिया रेलवे जंक्शन तक जाने के लिए ओवरब्रिज के नीचे दोनों तरफ से सड़क मार्ग बनाया गया है। यही एक मार्ग है जिसे रेलवे जंक्शन तक जाने का एक मात्र रास्ता है। ओवरब्रिज के नीचे अवैध कब्जा होने के कारण दिन भर यहां जाम की स्थिति रहती है। जाम के कारण लोगों को घंटो भर जंक्शन तक जाने में समय लग जाता है।
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