Home Bihar पाताल के विश्वकर्मा की Patna Metro में एंट्री, एक बार खुदाई चालू कर दी तो खुद की भी नहीं सुनता

पाताल के विश्वकर्मा की Patna Metro में एंट्री, एक बार खुदाई चालू कर दी तो खुद की भी नहीं सुनता

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पाताल के विश्वकर्मा की Patna Metro में एंट्री, एक बार खुदाई चालू कर दी तो खुद की भी नहीं सुनता

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पटना में मेट्रो का काम जल्द पूरा हो, इसके लिए बिहार सरकार पूरी कोशिश में लगी है। मेट्रो स्टेशन का काम जल्द पूरा हो इसकी निगरानी खुद नीतीश कुमार कर रहे हैं। नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव मोइनुल हक स्टेडियम के बगल में बन रहे अंडरग्राउंड स्टेशन का जायजा लिया। टनल बोरिंग मशीन का भी उद्घाटन किया। ये मशीन रोजाना 16-25 मीटर की खुदाई करेगी।

सुरंग छेदक मशीन
पटना : मेट्रो का काम जोरशोर से चल रहा है। मोइनुल हक स्टेडियम के बगल में बन रहे अंडरग्राउंड स्टेशन का मुआयना सीएम नीतीश ने किया। इस दौरान उन्होंने टनल बोरिंग मशीन का भी उद्घाटन किया। मेट्रो के लिए बोरिंग मशीन से टनल बनाने का काम शरू हो चुका है। इस मशीन से कठोर चट्टान से लेकर रेत तक किसी भी चीज को काटा जा सकता है।

पटना मेट्रो लिए आया टनल बोरिंग मशीन

पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन की ओर से अंडरग्राउंड मेट्रो बनाने का काम भी शुरू हो चुका है। राजेंद्र नगर टर्मिनल से लेकर आकाशवाणी तक छह मेट्रो स्टेशन अंडरग्राउंड बनाए जाएंगे। इसके निर्माण कंपनी के तरफ से 30 महीने का समय लिया गया है। नीतीश कुमार ने कहा कि टनल का काम तेजी से हो और पटना मेट्रो स्टेशन का काम 2025 से पहले पूरा हो जाए, इसके लिए उनका प्रयास जारी है।

क्या होती है टनल बोरिंग मशीन?

सुरंग खोदने के लिए टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) बाहर से आई है। टीबीएम का इस्तेमाल कर सुरंग बनाई जाएगी। 2025 तक कॉरिडोर होने की उम्मीद है। टनल बोरिंग मशीन का इस्तेमाल कई प्रकार की मिट्टी और चट्टानों को काट कर गोलाकार सुरंग बनाने में किया जाता है। ये एक प्रकार की ड्रिल मशीन होती है, जिसका आकार बहुत बड़ा होता है। कठोर चट्टान से लेकर रेत तक किसी भी चीज को काटने के लिए डिजाइन किया जाता है।

राजेंद्र नगर से बोरिंग रोड तक अंडरग्राउंड

टनल बोरिंग मशीन से दुनियाभर में सुरंग बनाने का काम बेहद आसान हो गया है। ये मशीन जमीन पर बनी बड़ी-बड़ी इमारतों को बिना कोई नुकसान पहुंचाए मिट्टी को खोदकर गहरी टनल बना सकती है। पटना मट्रो के लिए इसे वरदान बताया जा रहा है। अंडरग्राउंड छह मेट्रो स्टेशन बन जाने से जमीन के ऊपर मकानों को कोई नुकसान नहीं होगा।

भारत में बनाई जाती है टनल बोरिंग मशीन

पहले ये टनल बोरिंग मशीन विदेशों से मंगाई जाती थी। लेकिन अब भारत में भी इसका निर्माण शुरू हो गया है। भारत में बनने वाली टीबीएम मशीन का नाम सुदर्शन रखा गया है। टीबीएम मशीन के तीन हिस्से होते हैं। पहला रोटेटिंग कटर, दूसरा सपोर्ट बोल्ट और तीसरा बैकबोन। रोटेटिंग कटर से खुदाई होती है। सपोर्ट बोल्ट से कंक्रीट की प्लेट से ढंका जाता है और बैकबोन से ड्रिल की गई मिट्टी को बाहर निकाला जाता है।

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