Home Bihar पहले पार्टी तोड़ी फिर 2 सीटें भी जीती, नागालैंड में नीतीश कुमार-JDU पर भारी पड़ा चिराग फैक्टर

पहले पार्टी तोड़ी फिर 2 सीटें भी जीती, नागालैंड में नीतीश कुमार-JDU पर भारी पड़ा चिराग फैक्टर

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पहले पार्टी तोड़ी फिर 2 सीटें भी जीती, नागालैंड में नीतीश कुमार-JDU पर भारी पड़ा चिराग फैक्टर

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हाइलाइट्स

नागालैंड विधानसभा चुनाव में जेडीयू को एक सीट मिली है
नागालैंड में चिराग पासवान दो सीटें जीतने में सफल रहे हैं
चिराग पासवान को ललन सिंह ने फिर से बीजेपी की बी टीम करार दिया है

पटना. देश के तीन राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव का परिणाम आ गया है. जिस राज्य के चुनाव परिणाम पर बिहार की राजनीति के जानकारों की निगाहें टिकी हुईं थी वो था नागालैंड विधानसभा का चुनाव जिसके परिणाम ने बिहार के सियासत पर भी असर डाला है. नागालैंड के परिणाम ने जदयू के राष्ट्रीय पार्टी बनने के मंसूबे पर पानी फेर दिया है और इसके लिए जिसे ज़िम्मेदार ठहराया जा रहा है वो है चिराग पासवान की पार्टी लोजपा रामविलास.

दरअसल जदयू को राष्ट्रीय पार्टी बनने के लिए नागालैंड विधानसभा चुनाव में छह प्रतिशत वोट या विधानसभा की तीन सीटें जीतनी थी. जदयू की तैयारी भी ठीकठाक थी लेकिन चुनाव के कुछ दिन पहले ही लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने जदयू को जोरदार झटका देते हुए पार्टी के कई नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल करा लिया जो कि अब जदयू के लिए बड़ा झटका साबित हुआ है. बिहार के वरिष्ठ पत्रकार संजय कुमार कहते हैं कि चिराग फैक्टर ने चुनाव में असर डाला है और ना सिर्फ 2 सीटों पर जीत हासिल कर ली है बल्कि लगभग आठ प्रतिशत के आसपास वोट भी लाया है.

दूसरी तरफ जदयू की बात करें तो जेडीयू को चुनाव में झटका लगा है. जदयू को उम्मीद थी कि उसके कम से कम तीन से चार उम्मीदवारों की जीत होगी और छह प्रतिशत से ज़्यादा वोट मिलेंगे लेकिन जब चुनाव परिणाम आया तब जदयू का मात्र एक उम्मीदवार जीत पाया, वहीं उसका वोट प्रतिशत भी चार के आसपास रह गया जो उसके राष्ट्रीय पार्टी बनाने के लिए नाकाफी था. इसके साथ ही जदयू का राष्ट्रीय पार्टी बनने का सपना सपना ही रह गया और इसे हम चिराग फैक्टर तो कहेंगे ही.

आपके शहर से (पटना)

जदयू को नागालैंड से काफी उम्मीद थी. ललन सिंह के अलावा जदयू के कई मंत्री और विधायक ने भी नागालैंड में काफी मेहनत की थी लेकिन चिराग फैक्टर ने नुकसान करा दिया. ललन सिंह कहते हैं कि हमें जितनी उम्मीद थी वैसा परिणाम नहीं आया लेकिन इसका कोई मलाल नहीं है. हमारी पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं ने काफी मेहनत की और आगे फिर से मेहनत करेंगे. ललन सिंह ने कहा कि हमने तो ऐसा बिहार विधानसभा चुनाव मे भी देखा था जब बीजेपी की B टीम ने उम्मीदवार उतार ये काम किया था. नागालैंड में भी बीजेपी की वही B टीम काम कर रही थी ये हम सभी देख सकते हैं.

बहरहाल बिहार विधानसभा चुनाव से ही चिराग फैक्टर लगातार जदयू को परेशान कर रहा है और उसी की वजह से जदयू बिहार की तीसरे नंबर की पार्टी बन कर रह गई थी और अब जब जदयू राष्ट्रीय पार्टी बनने का सपना देख रही थी लेकिन चिराग फैक्टर ने उसके सपने को नागालैंड में भी तोड़ दिया.

टैग: बिहार की राजनीति, चिराग पासवान, मई जा, नागालैंड विधानसभा चुनाव

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