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पटना हाईकोर्ट के इसी गेट के पास हुई गिरफ्तारी।
– फोटो : अमर उजाला
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नए डीजीपी ने बुधवार को बिहार के पुलिसकर्मियों से कहा था कि आप अपराधी को दौड़ाओ, गुरुवार को सही में पुलिसकर्मियों ने यही कर दिखाया। पटना हाईकोर्ट के गेट नंबर चार के पास अति व्यस्त सड़क पर अचानक एक गाड़ी से सिविल ड्रेस में उतरे पुलिसकर्मियों ने एक अपराधी को दबोच लिया। अफवाह उड़ गई कि पटना में वकील को अगवा कर लिया गया। कोतवाली पुलिस पहुुंच गई तो अफवाह को और बल मिला। ‘अमर उजाला’ ने अफवाह पर खबर नहीं चलाकर पूरी घटना की जानकारी जुटाई तो वकील के अपहरण की बात फर्जी निकली। सामने आया कि जमुई के अलीगंज प्रखंड अंतर्गत दरखा पंचायत के चर्चित नवनिर्वाचित मुखिया जयप्रकाश प्रसाद उर्फ प्रकाश महतो हत्याकांड के आरोपी सिकंदर मलिक को जमुई पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वकील के अपहरण की अफवाह उड़ने के संबंध में जानकारी मिली कि गिरफ्तार अपराधी उस समय सफेद कमीज और काले पैंट में था, इसलिए देखने वालों को ऐसा लगा।
बिना नंबर की सफेद गाड़ी से सिविल ड्रेस में आई थी पुलिस
पटना में जिस जगह पर यह गिरफ्तारी हुई, वहां अधिवक्ताओं की भीड़भाड़ थी। एक प्रत्यक्षदर्शी अधिवक्ता ने बताया कि सुबह 10:20 बजे बिना नंबर प्लेट की एक सफेद स्कार्पियो से तीन-चार लोग उतरे। एक के पास कमर में पिस्टल भी थी। उनलोगों ने कोर्ट परिसर की ओर घूम रहे व्यक्ति को खींचकर गाड़ी में बैठा लिया था। इस केस में कोतवाली पुलिस के पहुंचने पर भी कुछ खुलासा नहीं हुआ। पुलिस के विभिन्न स्रोतों से पुष्टि के क्रम में सामने आया कि गिरफ्तार व्यक्ति एक हत्याकांड का आरोपी है। यह हत्या 3 दिसंबर की शाम में जमुई के ब्लाडा मोड़ के पास हुई थी। दरखा पंचायत के नवनिर्वाचित मुखिया प्रकाश महतो की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। मृतक मुखिया के पुत्र सुजीत कुमार महतो ने लछुआड़ थाने में पूर्व मुखिया मरकामा गांव निवासी मो. सालिक मलिक, मो. नौशाद मलिक, मो. सिकंदर मलिक एवं मो. सालिक मलिक के पुत्र सहित ब्लाडा गांव निवासी नुनुलाल तांती को हत्या का नामजद अभियुक्त बनाया था।
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