
[ad_1]
दरअसल 10 जून को पटना विश्वविद्यालय की केमिस्ट्री विभाग की प्रमुख डॉ बीना रानी की ओर से अंग्रेजी में एक नोटिस जारी किया गया था। इस नोटिस पर डॉ बीना रानी के साइन हैं। नोटिस में पीएचडी और रिसर्च के छात्रों को निर्देश दिया गया था कि वह अपना अटेंडेंस रोजाना अटेंडेंस रजिस्टर में दर्ज करें। ऐसा नहीं करने पर उन्हें उस दिन के लिए अनुपस्थित दिखाया जाएगा। लेकिन अंग्रेजी में जो नोटिस जारी किया गया, उसमें ग्रामर और सेनटेंस में ऐसी गलतिया थीं कि अर्थ का अनर्थ हो गया जैसे- जहां प्रजेंट शब्द का इस्तेमाल होना चाहिए वहां भी अपसेंट का किया गया।
IAS ने ट्वीट कर दिखाया गलतियों का आइना
संजय कुमार ने फोटो ट्वीट करते हुए लिखा- ‘पटना विश्वविद्यालय के एक विभाग प्रमुख की ओर से जारी एक नोटिस है। नोटिस में इस्तेमाल किया गया व्याकरण और वाक्य रचना एक प्रोफेसर के लिए बहुत ही खराब है। जो भी हो, लापरवाही या अक्षमता, हमारी उच्च शिक्षा की स्थिति को बताती है।’ इस ट्वीट में संजय कुमार ने बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, अतिरिक्त मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह को भी टैग किया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे नोटिस पर कई तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। वंशीधर नाम के एक यूजर्स ने लिखा कि अगर आप हमारे यहां बिहार बोर्ड के शिक्षक की एप्लीकेशन पढ़ लेंगे तो आपको छुट्टी लेनी पड़ जाएगी।
[ad_2]
Source link