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हल में फंसकर फट गया बोरा, खेत में बिखर गए नोट
खेत में रुपयों से भरा बोरा होने की खबर मिलते ही हुजूम उमड़ पड़ा। देखते ही देखते लोग एक-एक नोट को ले उड़े। चालक सह पंचायत समिति सदस्य ने वाक्ये के बारे में बताया कि वह खेत में जैसे ही ट्रैक्टर को लेकर गया और जुताई करने लगा, तभी अचानक हल में एक बोरा फंस गया। जबतक वह ट्रैक्टर को रोकता तबतक रुपये खेत में फैल चुके थे। उसने इसकी जानकारी ग्रामीणों को दी। सूचना मिलते ही ग्रामीण खेत की ओर दौड़ पड़े और रुपये लूटने में जुट गए। चालक के अनुसार, जिसको जितना मिला व ले गया। उधर ग्रामीणों ने चालक की ‘ग्रामीणों द्वारा पैसा लूटने’ की बात को निराधार बताया और कहा कि खेत के एक कोने में बोरा भर 500 और हजार के नोट जरूर मिले हैं लेकिन कुछ को छोड़ अधिकतर रुपए चालक ने ही छिपा दिया है।
पुलिस के पहुंचने से पहले ही रुपये बीन कर ले गए ग्रामीण
उधर ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी। सिगोड़ी पुलिस जबतक खेत तक पहुंचती, जिसको जितना बन पड़ा रुपये लूट ले गए। पुलिस के आने तक एक भी रुपया खेत में नहीं बचा सिवाय फटे पुराने बोरे के। ग्रामीणों की माने तो बोरा में भरा रुपया करोड़ों में था। इस बावत पूछने पर सिगोड़ी थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने खेत में रुपए मिलने की बात को स्वीकार करते हुए बताया कि पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। बकौल थानाध्यक्ष, पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि खेत में पुराने नोट कहां से आए। ये नोट किसके थे। फिलहाल पुलिस रुपए लूटने वालों और उनसे रुपए की बरामदगी को लेकर हर संभावित जगहों पर छापेमारी कर रही है।
पालीगंज से हनुमतेश्वर दयाल की रिपोर्ट
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