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बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि JDU ने कुढ़नी उपचुनाव में अतिपिछड़ा समाज का टिकट काटकर अपमान किया, जबकि BJP ने इसी समाज के केदार गुप्ता को उम्मीदवार बना कर अतिपिछड़ों को सम्मान दिया। सुशील मोदी ने यह भी कहा कि RJD के अनिल सहनी की सदस्यता रद्द होने पर, JDU इसी समाज के किसी अन्य व्यक्ति को टिकट दे सकता था, लेकिन उसने अपनी अतिपिछड़ा-विरोधी मानसिकता जाहिर कर दी। सुशील मोदी ने कहा कि 2015 में जब नीतीश कुमार और लालू प्रसाद मिल कर BJP के खिलाफ चुनाव में उतरे थे, तब केदार गुप्ता ने महागठबंधन के मनोज सिंह को 12 हजार वोट से हराया था। हालांकि 2020 के चुनाव में यहां BJP मात्र 700 वोट से चूक गई थी। उन्होंने कहा कि कुढ़नी मे जेडीयू ने अतिपिछड़ों का अपमान किया, यही वजह है कि पूरा समाज BJP के साथ खड़ी है।
लालू-नीतीश के इशारे पर वोट काटने के लिए मुकेश साहनी ने उम्मीदवार उतारा
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने दावा किया कि भूमिहार समाज पूरी तरह बीजेपी के साथ है और वह वोट बर्बाद नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में सबको साथ लेकर चलने वाली BJP का वोट काटने के लिए लालू-नीतीश के इशारे पर मुकेश सहनी की पार्टी ने अपना उम्मीदवार उतारा है। सुशील मोदी ने कहा कि जिस तरह से मोकामा और गोपालगंज उपचुनाव में अतिपिछड़ों ने एकजुट होकर BJP को वोट दिया, उसी तरह कुढ़नी में भी पार्टी को भरपूर समर्थन मिलेगा।
बता दें कि मुकेश साहनी के विकासशील इंसान पार्टी की ओर से भूमिहार जाति से आने वाले ‘नीलाभ कुमार’ को उम्मीदवार बनाया गया है। नीलाभ कुमार, कुढ़नी के पूर्व विधायक साधु शरण शाही के नाती हैं। जातीय आधार पर अगर देखा जाए तो इस विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा मतदाता कुशवाहा समाज से आते हैं। इसके बाद वैश्य और फिर राजपूत मतदाता अच्छी खासी संख्या में है। इसके अलावा भूमिहार समाज के मतदाताओं की संख्या भी ठीक-ठाक बताई जाती है।
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